भिंड। लहार नगर के पास खेतों में एक घायल मोर दर्द से तड़प रहा था, उस पर किसी जंगली जानवर ने जानलेवा हमला कर दिया था. हमले के कारण उसके शरीर में गहरे जख्म हो गए थे और खून निकल रहा था. मोर की जख्मी होने की जानकारी समाजसेवी संतोष चौहान को लगी तो मोर को तुरंत फॉरेस्ट विभाग के कांस्टेबल के सहयोग से पशु चिकित्सालय लाया गया.
दर्द से तड़प रहे घायल मोर की समाजसेवी ने बचाई जान
समाजसेवी संतोष चौहान को भिंड के लहार के पास मोर के घायल होने की खबर लगते ही वो तुरंत मोर को पशु चिकित्सालय लेकर पहुंचे, जहां उसका इलाज करवाया.
समाजसेवी संतोष चौहान ने तत्परता दिखाते हुए पशु चिकित्सक को फोन लगाया. वहीं पशु चिकित्सालय ले जाकर घायल मोर का उपचार करवाया.वहीं संतोष चौहान का कहना है कि दुखी प्राणी ईश्वर का स्वरूप है. इनकी सेवा सहायता करना ही ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ पूजा है. असमर्थ व्यक्ति को यथासंभव दुखी असहाय प्राणियों की सेवा करना चाहिए परोपकार से बड़ा कोई धर्म नहीं है. समाजसेवी संतोष चौहान द्वारा घायल बीमार गायों बेजुबान प्राणियों एवं लोगों की सेवा सहायता का कार्य पिछले कई वर्षों से व्यापक स्तर पर चलाया जा रहा है.