भिंड। जिले में मौसम ने अचानक करवट ली, जिसके नुकसान से कोई भी अछूता नहीं रहा. तेज आंधी व बारिश से ओझा गांव में रहने वाले एक गरीब मजदूर का आशियाना ताश के पत्तों की तरह ढह गया.
भिंड जिले में अचानक तेज आंधी से उड़ गया मजदूर का आशियाना - troubled ration
भिंड जिले में मौसम ने अचानक करवट ली, जिसके नुकसान से कोई भी अछूता नहीं रहा. तेज आंधी व बारिश से ओझा गांव में रहने वाले मजदूर का आशियाना ताश के पत्तों की तरह ढह गया.
दरअसल, भिंड जिले में अचानक तेज आंधी और बारिश के चलते ओझा गांव में रहने वाले गरीब मजदूर राजकुमार उर्फ पप्पू कड़ेरे का घर उड़ गया. लॉकडाउन के चलते मजदूरी न मिलने से गरीब राजकुमार पहले से ही परेशान था. उसके पास बीपीएल कार्ड है, लेकिन पर्ची ना होने के कारण उसे कोई मदद पंचायत के द्वारा नहीं दी गई है. इतना ही नहीं, आंधी के 2 दिन बाद भी उस गरीब का चूल्हा नहीं जला है.
खास बात यह है कि, भिंड में आई अचानक आंधी और बारिश ने शासन-प्रशासन के उन तमाम दावों की पोल खोल दी है. ओझा गांव निवासी राजकुमार कड़ेरे ही एक ऐसे नहीं हैं, जो शासन प्रशासन की योजनाओं से दूर हैं. बल्कि ऐसे कई लोग भिंड जिले में हैं. जो आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. राजकुमार को प्रशासन से मिलने वाली योजनाएं, प्रधानमंत्री आवास, उज्ज्वला गैस कनेक्शन का लाभ अभी तक नहीं मिला है. जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने इस संबंध में गांव के सरपंच से बात की तो उन्होंने मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया.