भिंड। सीएम हेल्पलाइन- 181 पर शिकायतों का निराकरण किस तरीके से होता है. इसका एक उदाहरण भिंड जिले में देखने को मिला है. जहां हैंडपंप सुधार की शिकायत सीएम हेल्पलाइन में किए जाने पर पीएचई विभाग के जवाब से हड़कंप मच गया है. पीएचई विभाग के अधिकारी ने बड़े ही गजब तरीके से शिकायत का जबाव दिया है, जिसे पढ़कर आपके होश उड़ जाएंगे. पीएचई विभाग के जवाब में शिकायतकर्ता को पागल घोषित कर दिया गया है और लिखा है कि, 'हैंडपंप उखाड़कर शिकायतकर्ता के सीने में गाड़ दिया जाएगा'.
क्या है पूरा मामला
दरअसल लहार तहसील के राहवली बेहड़ में 40 घरों पर सिर्फ एक हैंडपंप है. करीब 200 लोग पीने के पानी के लिए इसी हैंडपंप का इस्तमाल करते हैं, जो कि फिलहाल खराब है, इसी समस्या को दूर करने के लिए 8 महीने पहले लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी व्यवहार यानी पीएचई द्वारा बोर करवाकर हैंडपंप लगवाया जाना प्रस्तावित हुआ था. हैंडपंप लगा भी, लेकिन शिकायतकर्ता राहुल दीक्षित के मुताबिक पीएचई विभाग के द्वारा हैंडपंप के लिए बोर कराकर अधूरे सामान के साथ हैंडपंप लगा दिया गया है, जिसकी वजह से पानी नहीं आ रहा. राहुल दीक्षित ने इसकी शिकायत की थी. जब ग्राम और जिला स्तर पर किसी अधिकारी ने शिकायत पर ध्यान नहीं दिया, तो राहुल ने 181 सीएम हेल्पलाइन पर फोन घुमाया और पानी के लिए खराब पड़े हैंडपंप की शिकायत दर्ज कराई.
शिकायतकर्ता ने की मांफी की मांग
शिकायत दर्ज कराने के बाद जो जवाब आया वो चौंकाने वाला है. शिकायत का निराकरण पीएचई विभाग के कार्यपालन यंत्री पीआर गोयल द्वारा फाइल कराया गया है. जिसमें लिखा हुआ है कि, 'कार्यपालन यंत्री के अनुसार शिकायतकर्ता पागल है, उसको मिर्गी के दौरे पड़ते हैं. अंड- संड बकता है, उसके पूरे परिवार को मिर्गी के दौरे पड़ते हैं. हैंडपंप खराब नहीं है, उसका दिमाग खराब है. पूरा पीएचई महकमा जानता है, इसने मेरे हैंडपंप मैकेनिक के कपड़े तक फाड़ दिए थे, वक्त आ गया है कि, चीनी युद्ध किया जाए जो गोरिल्ला नीति है. अब हैंडपंप उखाड़कर शिकायतकर्ता के सीने में गाढ़ा जाएगा' इस तरह के जवाब देकर शिकायत को बंद कर दिया गया है.