भिंड। लॉकडाउन लगने के दूसरे दिन पूरा बाज़ार बंद रहा. व्यापारी वर्ग ने तो पूरा समर्थन दिया. लेकिन इस सब में लगातार दूसरे दिन भी प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी लॉकडाउन के नाम पर मनमानी करते नज़र आए. भिंड एसडीएम प्रतिबंध से छूट के बावजूद किराना दुकानों को बंद करवाते नजर आए. प्रशासन की इस मनमानी पर व्यापारियों का क्या कहना है और क्या हैं लॉकडाउन के हालत ETV भारत ने लिया बाजार का जायजा.
- लॉकडाउन में सूना रहा भिंड
भिंड शहर में शनिवार सुबह से प्रशासन लगातार पेट्रोलिंग कर रहा था. शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस को तैनात किया गया. जिससे कोरोना के बढ़ते केस के चलते लगाए गए 60 घंटे के लॉकडाउन का कोई उल्लंघन ना करें. पुलिसकर्मी ने बेवजह बाहर घूम रहे लोगों को सख्त हिदायत देकर उनके घर भी वापस भेजा. पहले से लगातार अनाउंसमेंट का नतीजा रहा कि इक्का-दुक्का लोगों की छोटे कर आज पूरा भिंड खाली नजर आया.
- नियमों की आड़ में मनमानी कर रहे अधिकारी
भिंड के मुख्य बाजार में प्रशासन के रवैये से व्यापारी खुश नजर नहीं आए. इसका बड़ा कारण यह भी है कि लॉकडाउन के लिए भिंड कलेक्टर ने जारी किए गए आदेश में दूध, किराना, मेडिकल और फल सब्जी की दुकानों को प्रतिबंध से बाहर रखा गया था, लेकिन भिंड एसडीएम और तहसीलदार आदेशों को ताक पर रखकर मनमानी करते नजर आए. एसडीएम ने तो किराना व्यापारियों की दुकानें जबरन बंद कराई. यहां तक की व्यापारी से यह कहते तक नजर आए कि दो दिन दुकान बंद नहीं रख सकते दो दिन में अमीर हो जाओगे. व्यापारी और एसडीएम के बीच हुआ यह घटनाक्रम कैमरे में भी कैद हो गया.