भिंड। चुनाव से पहले सरकार सरकार अपनी योजनाओं के जरिए प्रदेश की जनता को लुभाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और इन योजनाओं के सफल क्रियान्वयन की जिम्मेदारी सरकारी मशीनरी के कंधे पर है. भिंड जिले में भी मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के तहत कलेक्टर ने अलग-अलग विभागों के अधिकारियों को काम पर लगाया है, लेकिन कहीं ना कहीं इस योजना को लेकर हुई समीक्षा बैठक में कई अनियमितता और लापरवाहियां सामने आई हैं.
8 अधिकारियों को नोटिस जारी:भिंड जिला कलेक्टर में स्वास्थ्य विभाग से लेकर शिक्षा विभाग तक के अधिकारियों और कर्मचारियों को सीएम की महत्वाकांक्षी योजना सीएम जनसेवा अभियान पार्ट 2 में जिम्मेदारी तय कर दी है. गुरुवार को इस योजना के सम्बंध में एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें कई अधिकारियों की उदासीनता और कार्यों में रुचि की कमी पायी गई. इसी को लेकर भिंड कलेक्टर सतीश कुमार ने ऐसे 8 अधिकारियों पर कार्रवाई की गाज गिरायी है और उन्हें नोटिस तक जारी किए गए हैं.
दो नगर पालिका सीएमओ पर गिरी गाज:भिंड कलेक्टर द्वारा सरकारी योजना के कार्यों में लापरवाही बरतने को लेकर भिंड नगर पालिका सीएमओ बीरेन्द्र तिवारी और गोहद नगर पालिका के सीएमओ सुरेंद्र शर्मा को मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान पार्ट 2 की लंबित शिकायतों का निराकरण में लापरवाही करने पर शोकॉज नोटिस जारी किया है, जिसके पीछे लंबित शिकायतों में प्रगति शून्य पायी गई है. साथ ही पूर्व में हुई बैठकों में कई बार कहने के बाद भी स्थिति में सुधार नही देख गया है, ऐसे में नोटिस का जवाब देने के लिए अधिकारियों को 24 घंटे का समय भी दिया गया है. संतोष जनक जवाब नहीं मिलने पर एक पक्षीय कार्रवाई करते हुए दोनों सीएमओ को लापरवाही के लिए गोपनीय चरित्रावली प्रतिवेदन में विपरीत टीप का मतांकन किये जाने के लिए वरिष्ठ कार्यालय को लिखने की चेतावनी भी दी गई है.