भिंड।त्रिस्तरीय पंचायत और आगामी नगरीय निकाय चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने को लेकर कलेक्टर ने जिले के समस्त लाइसेंसी हथियार पुलिस थानों में जमा कराने के निर्देश दिए थे. ऐसे में भिंड के अलग अलग थानों में लाइसेंसी हथियार जमा करने के लिए बंदूकधारियों की लाइन लग रही है. हथियार जमा करने के लिए कलेक्टर ने रविवार 5 जून तक ही मोहलत दी है. एसपी ने इस बार हथियारों के रखरखाव को लेकर निर्देश दिये हैं.
जिले में हैं 22 हजार आर्म लाइसेंस:चम्बल क्षेत्र का नाता हमेशा से बंदूक और बारूद से रहा है. यही कारण हैं कि भिंड जिले में जब भी कोई चुनाव आयोजित होते हैं तो मतदान के दौरान हथियारों से हिंसा की घटनाएं सामने आती रही हैं. ऐसे में मध्यप्रदेश में 7 साल बाद आयोजित हो रहे पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव को लेकर भी पुलिस और प्रशासन सतर्क है. भिंड जिले के हर थाने का दो तिहाई स्टाफ इन बन्दूकों को जमा कराने में लगा हुआ. एसपी ने बताया कि जिले में करीब 22 हजार से अधिक आर्म लाइसेन्स और बंदूकें हैं. जिनमें से अधिकतर लाइसेंसी हथियार पुलिस थानों में जमा हो चुके हैं.
अवैध हथियारों के लिए भी पुलिस ने की प्लानिंग:चूंकि चुनाव के दौरान मतदान प्रभावित करने के लिए उपयोग होने वाले हथियार ज्यादातर अवैध होते हैं. ऐसे में पुलिस ने इस परेशानी से निपटने के लिए भी प्लानिंग की है. साथ ही जिले से लगे अन्य जिलों और प्रदेशों की सीमाओं पर नाके स्थापित किए गए हैं. जिससे बाहर से अवैध हथियारों की तस्करी ना हो सके. वहीं जिले भर में अवैध हथियारों की सप्लाई और जानकारी जुटायी जा रही है. जिनकी धर पकड़ की कार्रवाई की जाएगी.