भिंड।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लाडली बहना सम्मेलन के बहाने भिंड जिले के लहार विधानसभा क्षेत्र यानी नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह की विधानसभा में चुनावी बिगुल फूंक दिया. कार्यक्रम तो एक सरकारी योजना के नाम पर था, लेकिन इस कार्यक्रम में सीधे तौर पर चुनावी माहौल नजर आया. सिंधिया हो या मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दोनों ने ही लहार की जनता से आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी पर भरोसा जताने की अपील की है.
लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी भिंड जिले की लहर विधानसभा पर वनवास काट रही है, हर बार ही यहां बीजेपी के दिग्गज नेताओं के दौरे होते हैं, बड़े-बड़े कार्यक्रमों का आयोजन होता है, लेकिन जब मतदान की बात आती है तो सदन में लहार विधानसभा का प्रतिनिधित्व करते डॉक्टर गोविंद सिंह नजर आते हैं, वे अब मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी हैं. ऐसे में लहार विधानसभा सीट इस बार भारतीय जनता पार्टी के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है और यही वजह है कि अब संगठन ने प्रदेश के दो दिग्गज नेता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को यह सीट हासिल करने के लिए मैदान में उतार दिया है. इसी जिम्मेदारी को निभाते हुए सिंधिया और शिवराज शुक्रवार को भिंड जिले में आयोजित मुख्यमंत्री लाडली बहना सम्मेलन में शिरकत करने लहार पहुंचे.
रोड शो से शक्ति प्रदर्शन, कांग्रेस पर मंच से निशाना:वैसे तो यह कार्यक्रम एक सरकारी योजना को लेकर आयोजित किया गया था, लेकिन लहार की जनता को खुश करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नगर में रथ पर सवार होकर रोड शो करते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे. प्रशासन में भी उम्दा काम करते हुए खासी भीड़ जमा कर ली थी, लेकिन इस कार्यक्रम में समय की ज्यादा बर्बादी नहीं की गई. पहला भाषण सहकारिता मंत्री डॉक्टर अरविंद भदौरिया का हुआ, वहीं इसके बाद सीधा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को मंच पर जनसभा को संबोधित करने के लिए बुलाया गया. जनता से संवाद करते हुए केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने चुनावी चर्चा शुरू की.
सिंधिया ने मंच से लहार की जनता से क्षेत्र के विकास के लिए परिवर्तन लाने की गुजारिश की, साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि "कमलनाथ कहते हैं कि उनकी सरकार आई तो वह बहनों को ₹1500 प्रति माह देंगे, लेकिन यह सभी जानते हैं कि 1 जोड़ी ने बड़े भाई और छोटे भाई ने मिलकर वादाखिलाफी की. कहा था किसानों का कर्ज माफ करेंगे, 26 लाख फर्जी सर्टिफिकेट निकालेंगे, लेकिन जब असल कर्ज माफी की बात आई तो प्रदेश के किसानों का ब्याज भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने माफ किया.