भिंड।बीजेपी कांग्रेस विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों की घोषणा के बाद से ही मध्यप्रदेश में अपने ही नेताओं का विरोध झेल रही हैं, टिकट बंटवारे के बाद तमाम ऐसे नेता हैं जो चुनाव टिकट के लालच में दलबदल कर दूसरी पार्टियों के पाले में पहुंच रहे हैं. भिंड जिले में हालात इतर नहीं हैं, भिंड विधायक संजीव सिंह, लहार से पूर्व विधायक रसाल सिंह, अटेर में पूर्व विधायक मुन्ना सिंह, भिंड में मंत्री अरविंद भदौरिया के करीबी रक्षपाल सिंह, पहले ही बीजेपी का दामन छोड़ चुके हैं और अब बीजेपी नेता रवि सेन जैन भी बीजेपी छोड़ कर समाजवादी पार्टी की साइकिल पर सवार हो गए हैं. 30 अक्टूबर को सपा के टिकट पर भिंड विधानसभा से अपना नामकान दाखिल करेंगे.
अब चुनावी मैदान में सपा के टिकट पर भरेंगे पर्चा:दलबदल की जानकारी देते हुए पूर्व बीजेपी नेता और सपा में शामिल हुए रवि सेन जैन ने बताया कि 2003 में जब चुनाव हुए थे तब वे समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़े थे, लेकिन अपने ही बीच के लोगों की वजह से चुनाव हार गये थे, लेकिन एक बार फिर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भरोसा जताते हुए उन्हें सपा में स्वीकार किया है और अब वे भिड़ विधानसभा से बतौर सपा प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे.
विकास के नाम पर भाजपा ने किए फर्जी काम:बीजेपी छोड़ने के पीछे की वजह बताते हुए जैन ने बताया कि एक नेता काम करता है तो समाज के लोगों को भी उससे आकांक्षाएं होती हैं, जो बीजेपी ने पूरी नहीं की. लेकिन उनके लिए चिंतन करना पड़ता है, इसलिए बीजेपी छोड़ने का कदम उठाया. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में उनका किसी से मुकाबला नहीं है, बल्कि दूसरे लोगों के लिए वे प्रतिद्वंदी बनेंगे. उन्होंने कहा कि आज बीजेपी राज में किस तरह गुंडागर्दी हावी है, शहर की बर्बादी हो रही है. इस क्षेत्र के विकास के लिए एक डिग्री कॉलेज की आवश्यकता है, उमड़ी क्षेत्र को नगर पंचायत बनाने के लिए मांग वर्षों से रखी, लेकिन उसे भी आज तक पूरा नहीं किया गया. अब अपने क्षेत्र के विकास और इन संसाधनों की पूर्ति के लिए खुद काम करेंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी फर्जी विकास की बातें करती है, अगर बातें फर्जी ना होती तो काम दिखाई देता.