भिंड।मध्यप्रदेश में बदले मौसम की मार सबसे ज़्यादा किसानों पर पड़ी है. खेतों में खड़ी और कटी सरसों और गेहूं की फसलें बर्बाद हो गई हैं. अतिवृष्टि और ओलावृष्टि के चलते फसलों को भारी नुकसान हुआ है. प्रदेश के ज़्यादातर ज़िले इससे प्रभावित हुए हैं. जिनमें भिंड ज़िला भी शामिल है. इन्हीं किसानों की समस्या को लेकर पूर्व मंत्री चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी ऊमरी क्षेत्र के ग्रामीणों के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे. उन्होंने भिंड कलेक्टर के ना मिलने पर एसडीएम उदय सिंह सिकरवार को ज्ञापन सौंपते हुए मुआवजा दिलाये जाने की मांग रखी.
आपदा से मुश्किल हो गया जीवनयापन :ज्ञापन में पूर्व मंत्री द्वारा कहा गया है कि किसान सालभर मेहनत कर रबी फसल तैयार लेता है, लेकिन यह फसल कटने के बाद घर भी नहीं पहुंच सकी और प्राकृतिक आपदा की चपेट में आ गई. जिसकी वजह से किसान की मेहनतकश साथ साथ लागत, जुताई, बुवाई, पानी, खाद और बीज तक का पैसा निकालना मुश्किल है. ऐसे में अन्नदाता और उनके परिवार के लिए ना सिर्फ़ जीवनयापन बल्कि बच्चों की पढ़ाई-लिखाई कराना बहुत कठिन है. बादलों ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है.