Kedar Yoga: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नक्षत्रों में बदलाव, राशि परिवर्तन अथवा ग्रहों का कुंडली में एकत्र होना बहुत मायने रखता है. कई बार अलग-अलग ग्रहों का राशि परिवर्तन से कुंडली में एक साथ आना दुर्लभ योग बनाता है, जो जातकों के लिए अच्छा या बुरा समय लेकर आता है. ऐसा ही एक बहुत दुर्लभ योग है केदार योग. यह योग 500 वर्ष बाद अब आने वाली 23 अप्रैल को बनने जा रहा है. आइये जानते हैं कि किस वजह से इस योग का निर्माण होता है और इसका राशियों पर क्या प्रभाव पड़ता है.
समय, राशि, राशि का भाव या अन्य ग्रहों के साथ मिलाप भी कुंडली में योग निर्माण करते हैं. कई योग बहुत दुर्लभ माने जाते हैं, जो किसी दुर्लभ परिस्थिति या अत्यधिक समयकाल के बाद बनते हैं, जिसकी वजह से इन्हें दुर्लभ माना जाता है. ऐसा ही विशेष दुर्लभ केदार योग 500 बाद इसी महीने की 23 तारीख यानि 23 अप्रैल को बनने जा रहा है. ज्योतिष गणना के अनुसार यह योग किसी भी जातक की कुंडली में बनता है वह धनवान हो जाता है.
केदार योग से बनते हैं शुभ प्रभावःज्योतिष शास्त्र में माना गया है कि विशेष और दुर्लभ योगों में केदार योग अति दुर्लभ और लाभकारी योग है. इस योग का निर्माण तब होता है जब किस जातक की कुंडली के चार भाव में ही 7 ग्रहों की मौजूदगी हो. ऐसा होना राशि जातक लिए अत्यंत फलकारी होता है. इसके प्रभाव से भौतिक सुख सुविधाओं में बढ़ोतरी होती है. उसे भूमि आदि से आय प्राप्त होती है. कृषि क्षेत्र में नए प्रयोग करता है साथ ही वह जातक सत्य बोलने वाला होता है.
इन राशियों की चमकेगी किस्मतः23 अप्रैल को बनने जा रहे केदार योग का प्रभाव 4 राशियों के लिए हितकारी साबित होने जा रहा है ये राशियां हैं मेष, सिंह, धनु और मकर...
मेषः इस राशि के जातकों की कुंडली में केदार योग का प्रभाव सकारात्मक रहने वाला है क्योंकि कुंडली के लग्न भाव में सूर्य, राहु, बुध और गुरु ग्रह होंगे. वहीं धन और वाणी के लिए समर्पित दूसरे भाव में शुक्र ग्रह, तीसरे भाव में चंद्र और मंगल तथा आय के भाव यानि 11वें भाव में खुद शनि विराजमान होंगे. शनि की कृपा से आकस्मिक धन की प्राप्ति होगी. वहीं जब लग्न में सूर्य, गुरु और तीसरे भाव में मंगल हो तो राजयोग का भी निर्माण होता है. इन सभी कारणों कि संयुक्त प्रभाव से आपके जीवन में यह समय यश, मान सम्मान बढ़ाएगा. कार्यों में सफलता हासिल होगी. नौकरी में प्रमोशन, आय में वृद्धि का योग बनेगा.