भिंड।मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता यानी नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह इन दिनों गृह जिला भिंड में हैं. उन्होंने इस दौरान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें प्रदेश के राज्यपाल के 14 मार्च को प्रस्तावित भिंड के अटेर में अल्प प्रवास पर भी टिप्पणी करते हुए कहा है कि राज्यपाल अपने पद की गरिमा बनाये रखना चाहिए. वहीं नेता प्रतिपक्ष ने जिले में चल रहे भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया. नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद से ही डॉ गोविंद सिंह भिंड जिले में अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहे करोड़ों के घोटालों का मुद्दा उठाते रहे है.
राज्यपाल पर नेता प्रतिपक्ष कसा तंज: मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल 14 मार्च को भिंड के अल्प प्रवास पर आने वाले हैं वे अटेर क्षेत्र के परा गांव में स्थित आंगनबाड़ी का निरीक्षण करेंगे और प्रधानमंत्री आवास योजना के एक हितग्राही के घर भोजन भी करेंगे. इस बात का जिक्र करते हुए प्रेस वार्ता में डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि, पूरे देश के राज्यपाल आज भारतीय जनता पार्टी के एजेंट बनकर काम रहे हैं. भिंड में भी दो दिन बाद प्रदेश के राज्यपाल महोदय यहां खाना खाने आ रहे हैं उन्हें चुनाव के समय ही फुरसत मिली है. वे प्रदेश के महामहिम है उन्हें अपने पद की गरिमा के अनुरूप कार्य करना चाहिए. यह राज्यपाल का काम नही है कि वे उद्घाटन करने जाएं. आंगनबाड़ियों के राशन बांटने जाएं इनाम बांटने जाएं यह राज्यपाल का काम नही है. राज्यपाल महोदय को अपने पद की गरिमा बनाये रखना चाहिए.
घोटाले पर घोटाले: डॉ. गोविंद सिंह ने जिले में भ्रस्टाचार की गंगा पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के इशारे पर जिला प्रशासन प्रजातंत्र का गला घोट रहा है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि, तीन सालों में भिंड जिले में शिक्षा विभाग, महिला बल विकास, अनुसूचित जाति जनजाति विभाग के अधिकारियों ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओ के सतब एक हजार करोड़ की राशि जिले में विभिन्न योजनाओं के उपभोगताओं के लिए जिले विकास के लिए जो राशि आयी उसे डकार गए. अब कांग्रेस ने तय किया है कि इस विधानसभा सत्र के बाद कलेक्ट्रेट का घेराव कर जिले भर में गांव गांव विशेष अभियान चलाकर भ्रष्टाचार की पोल खोलेगी.