भिंड। पुलिस ने फर्जी वेबसाइट बनाकर पेट्रोल पंप की डीलरशिप के नाम पर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की है. यह गिरोह रिलायंस की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से फेसबुक के जरिए ठगी करता था. भिंड पुलिस ने उत्तर प्रदेश के एक फरियादी की शिकायत पर 24 घंटे के अंदर गिरोह का पर्दाफाश कर 3 आरोपियों गिरफ्तार किया है.
फेसबुक पर दिया था फर्जी वेबसाइट का विज्ञापन
फेसबुक से शुरू हुई उत्तर प्रदेश के दरियागंज बाराबंकी के रहने वाले ऋषभ जैन के साथ ठगी. जानकारी के मुताबिक फरियादी के फेसबुक आईडी पर रिलायंस कंपनी पेट्रोल पंप लेने संबंधी एक विज्ञापन आया. जिसमें रुचि लेते हुए पीड़ित ने उस वेबसाइट पर दिए लिंक को www.reliancepetroleum.ltd.com खोला. लिंक खुलते ही यह पूरी वेबसाइट हूबहू रिलायंस कंपनी की वेबसाइट की तरह दिखी. जिसके बाद पीड़ित उनके जाल में फंस गया और उसने डीलरशिप के लालच में 15 हजार 200 का पेमेंट ऑनलाइन माध्यम से कर दिया. जिसके बाद उसे एक ईमेल द्वारा कन्फर्मेशन भी प्राप्त हुआ.
LOI के नाम पर ऑनलाइन जमा कराए 5 लाख
फरियादी ऋषभ जैन ने बताया कि 3 दिन बाद उसे फोन के जरिए सूचना दी गई कि उसका पेट्रोल पंप अप्रूव हो गया है और इसके लिए अब उसे लाइसेंस लेटर लेना होगा. जिसके लिए रिलायंस पैट्रोलियम के नाम से ऑनलाइन आरटीजीएस (रीयल टाइम ग्रास सेटलमेंट ) के माध्यम से 5 लाख जमा कराने होंगे. जिसके बाद केनरा बैंक में जाकर पीड़ित ने यह पैसा जमा भी कर दिया. उसके बाद फोन आया आप अपना एलओआई डॉक्यूमेंट (letter of intent) ले जाएं.
डॉक्यूमेंट देने के लिए फरियादी को बुलाया भिंड
LOI देने ठग गिरोह के सदस्यों नेऋषभ जैन को भिंड बुलाया. पीड़ित भिंडा आकर आरोपियों से मिला. जिन्होंने एक बार फिर उससे 10 हाजर की मांग की और लेटर लाने का झांसा देकर पैसे लेकर निकल गए. जब ऋषभ ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की तो फोन स्विच ऑफ हो गया. जिसके बाद पीड़ित को इस बात का अहसास हुआ कि शायद वह ठगी का शिकार हो चुका है.
सोशल मीडिया यूज करते वक्त इन बातों का रखें ध्यान रिलायंस कंपनी से संपर्क करने पर हुआ धोखाधड़ी का खुलासा
पीड़ित ऋषभ ने रिलायंस कंपनी से ईमेल के जरिए संपर्क कर उन्हें अपने साथ हुए फर्जीवाड़े की आशंका जताई. जिस पर रिलायंस कंपनी की ओर से उन्हें इस बात का जवाब दिया गया कि इस तरह की कोई भी वेबसाइट रिलायंस कंपनी से संबंध नहीं है और वह फ्रॉड से बचें. अपने साथ हुई ठगी से आहत ऋषभ जैन तुरंत भिंड एसपी से मिले और उन्हें पूरी परिस्थितियों से अवगत कराया.
पुलिस ने 24 घंटे में किया ठग गिरोह का पर्दाफाश
पीड़ित से मिली शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए भिंड एसपी मनोज कुमार सिंह ने एक स्पेशल टीम का गठन किया. जिसमें एडिशनल एसपी, सीएसपी और डीएसपी को शामिल किया गया और उस टीम ने साइबर पुलिस मैनेजमेंट की मदद से 24 घंटे से भी कम समय के अंदर ठग गिरोह के तीन सदस्यों को धर दबोचा.
लग्जरी कार सहित नकदी जब्त आरोपियों से पुलिस ने 9 मोबाइल 3 लाख 70 हजार नगद, 8 एटीएम कार्ड, 2 पैन कार्ड, 1 लैपटॉप जब्त किया है. इसके अलावा अलग-अलग बैंकों के चेक बुक और 21 अन्य बैंक खातों में विभिन्न फ्रॉड से जमा अन्य राशि भी आरोपियों से बरामद हुए हैं. साथ ही एक लग्जरी एसयूवी कार और एक बाइक भी जब्त किया गया है.
अब तक 1 करोड़ 20 लाख से ज्यादा की ठगी
पुलिस के मुताबिक ठग गिरोह के पकड़े गए तीनों सदस्यों ने अब तक पंजाब, गुजरात और मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में पचास से साठ लोगों को ठगी का शिकार बनाकर करीब 1 करोड़ 20 लाख की ठगी करना कबूल किया है. पुलिस आरोपियों से और भी जानकारी इकट्ठा कर रही है.