भिंड। जिले के लहार से विधायक और पिछली सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे डॉक्टर गोविंद सिंह ने भिंड एसपी नगेंद्र सिंह पर रेत का अवैध उत्खनन कराने और बड़े पैमाने पर पैसा ना देने पर थाना प्रभारियों के ट्रांसफर करने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं. साथ ही मामले को लेकर उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चिट्ठी लिखकर उचित कार्रवाई और उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.
गोविंद सिंह ने भिंड एसपी पर लगाए आरोप
पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने भिंड एसपी पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस अधीक्षक नगेंद्र सिंह ने लॉकडाउन के दौरान भिंड जिले में थाना प्रभारियों पर दबाव बनाकर भारी मात्रा में रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन करवाया है. डॉ गोविंद सिंह का कहना है कि उन्होंने खुद कई बार एसपी को जिले में चल रहे अवैध उत्खनन पर अंकुश लगाने की बात कही थी, लेकिन बात अनसुनी कर दी गयी. पूर्व मंत्री ने कहा कि खुद चंबल रेंज डीआईजी ने कुछ दिनों पहले भारी मात्रा में रेत खदानों से अवैध उत्खनन कर निकाली गई रेत पर छापामार कार्रवाई की थी. जिससे लॉकडाउन में रेत के अवैध उत्खनन की बात प्रामाणित हो चुकी है.
एसपी पर ट्रांसफर उद्योग चलाने का आरोप
वहीं रेत के अवैध उत्खनन-परिवहन में संलिप्तता के साथ ही डॉ गोविंद सिंह ने भिंड एसपी पर ट्रांसफर उद्योग चलाने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भिंड एसपी द्वारा थाना प्रभारियों पर लगातार दबाव बनाया जाता है. किस थाने में रहने के लिए वो हर महीने कितना पैसा दे सकते हैं और ऐसा न करने पर उनके तबादले कर दिए जाते हैं. पिछले दिनों जिस तरह भिंड जिले में लगातार भारी मात्रा में थाना प्रभारियों के ट्रांसफर होते रहे हैं, ऐसा अब तक नहीं देखा गया था, साथ ही उन्होंने कहा कि भिंड एसपी ने वसूली का एक नया तरीका इजाद किया है. वो अपने साथ श्योपुर से दो पुलिसकर्मी लेकर के आए जो उनके लिए थाना प्रभारियों पर दबाव बनाकर वसूली का काम करते थे. इन दोनों पुलिसकर्मियों की जानकारी नवागत डीआई चंबल रेंज राजेश हिंगणकर को भी लगी थी, साथ ही आरोप सिद्ध होने पर दोनों पुलिसकर्मियों को एक दिन पहले ही सस्पेंड भी कर दिया गया है. एसपी की संलिप्तता पर संदेह के चलते एडिशनल एसपी को मामले में एसपी की भूमिका की जांच के निर्देश भी दिए हैं.
चंबल रेंज डीआईजी एसपी की बचाने की कर रहे कोशिश
पूर्व मंत्री डॉ सिंह का मानना है कि शायद विभागीय कर्मचारी होने का लाभ देते हुए चंबल डीआईजी जांच के बहाने एसपी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि एक वरिष्ठ अधिकारी जिसके अंतर्गत आने वाले एडिशनल एसपी की जांच पर कितना भरोसा किया जा सकता है. इसलिए डॉक्टर गोविंद सिंह ने इस संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर मामले की उचित जांच और भ्रष्टाचारी अधिकारी पर कार्रवाई करने की मांग की है.
डॉक्टर गोविंद सिंह ने ये भी कहा कि आने वाले विधानसभा सत्र में इस मुद्दे को पूरी दम से उठाएंगे और प्रदेश की जनता को ये भी बताएंगे कि किस तरह एक अधिकारी आईपीएस बनकर बड़ी जिम्मेदारी के साथ जिले में आता है और जनता को लूटने का काम करता है. बता दें कि इससे पूर्व भी डॉक्टर गोविंद सिंह मंत्री पद पर रहते हुए तत्कालीन चंबल आईजी डीपी गुप्ता पर भिंड जिले में अवैध रेत उत्खनन और परिवहन में संलिप्त होने और वसूली के गंभीर आरोप लगा चुके हैं. उस समय भी इस खबर ने जिले में खूब सुर्खियां बटोरी थीं.