भिंड। जिले में कोरोना अब बेलगाम होता जा रहा है, हालात यह हैं कि अनलॉक 0.1 में पिछले 12 दिन में 82 केस सामने आ चुके हैं, 5 केस तो रविवार रात आयी रिपोर्ट में ही आये हैं. इसका एक बड़ा कारण है अनलॉक में लोगों की बेफिक्री, हालात ये हैं कि भिंड में कोरोना के अब तक 211 केस सामने आ चुके हैं.
लॉक डाउन का पालन सिर्फ पहले चरण तक ही दिख था, उसके बाद 3 चरण में लोगों ने मनमानी की और सरकारी आदेशों को ताक पर रख दिया गया. अनलॉक ने रही सही कसर भी दूर कर दी. अब लोग चेहरे पर मास्क और फिजिकल डिस्टेंस का पालन नहीं कर रहे हैं. लोगों ने बाइक पर ट्रीपलिंग कर निकलना शुरु कर दिया . इसी का नतीजा है कि भिंड जिले में 8 मई को पहला केस आया था, उसके बाद से 52 दिन में 211 केस सामने आ चुके हैं.
जिले में महज आखिरी 12 दिन में 82 केस सामने आए हैं, इस 82 केस में 70 फीसदी केस जिले में ही संक्रमित हुए हैं. जो कि बाहर से आये लोग पहले पॉजिटिव आये और फिर इन लोगों ने अपने परिवार और परिचितों को संक्रमित किया. लेकिन स्वास्थ्य विभाग अब भी वायरस स्प्रेडिंग की बात स्वीकार करने को राजी नहीं है. रविवार को भी जिले में 5 केस पॉजिटिव आये, जिनमें 4 लोग कॉन्टेक्ट से संक्रमित हुए शामिल हैं. भले ही अब तक 129 मरीजों को डिस्चार्ज किया जा चुका है, लेकिन हर रोज सामने आ रहे पॉजिटिव मामले स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों और लोगों की लापरवाही का नतीजा साबित हो रहे हैं.
बता दें कि 12 दिन पहले तक भिंड जिले में रिकवरी रेट 80 फीसदी से ज्यादा था. खुद चंबल कमिश्नर ने इसकी तारीफ की थी, लेकिन स्वास्थ्य विभाग का कॉन्फिडेंस ओवर कॉन्फिडेंस साबित हो रहा है और हालात अब धीरे-धीरे काबू से बाहर हो रहे हैं. खास कर जिस तरह भिंड जिले में अनलॉक की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है, वैसे वैसे लोगों की लापरवाहियां और स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता बढ़ती जा रही है.