भिंड। जिले में आगजनी से फसलों की बर्बादी का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है. हाई टेन्शन लाइन की वजह से किसानों की फसलें जलकर राख हो रही हैं. लेकिन ना तो जिम्मेदार इस पर ध्यान दे रहे हैं, न ही किसान अपनी फसलें बचा पा रहे हैं. सोमवार को भी जिले में 2 अलग अलग इलाकों से खेतों में आग की सूचना मिली, पहली घटना रूपसाय गांव की बताई जा रही है. जहां 15 बीघा खेतों मै खड़ी तैयार गेहूं की फसल जलकर खाक हो गयी. तो पास ही बना 5 बीघा जमीन पर वर्षों की मेहनत से तैयार हुआ फल और सब्जियों का बागान आग की चपेट में आ गया.
फलदार पेड़ भी आग के हवाले
जानकारी के मुताबिक आग लगते ही घटना की सूचना दमकल विभाग को दी गयी. लेकिन जब तक फायर ब्रिगेड पहुंचती बागान के पेड़ जल चुके थे. किसी तरह दमकल की मदद से आग पर काबू पाया गया, इस बागान में किसान ने कई किस्म की सब्जियां और फलदार पेड़ तैयार किए थे. जिनके आग लगने से अमरूद, कटहल, अनार और हाइब्रिड आम के कई पेड़ जलकर खाक हो गए, जिससे किसान को लाखों का नुकसान हुआ है.
वहीं दूसरी घटना पावई थाना क्षेत्र के ग्राम बागुलरी की है. जहां महीनों मेहनत से तैयार करीब 8 से 10 बीघा खेत में खड़ी गेहूं की फसल में भी सोमवार शाम आग लग गयी. जिसकी सूचना भी फायर ब्रिगेड को दी गयी. लेकिन समय पर ना पहुंचने से पूरी फसल खाक हो गयी. इस घटना में किसान को लाखों नुकसान हुआ है.
- नहीं सुध ले रहे जिम्मेदार
यहां जो हाई टेन्शन लाइन लगी है वो काफी पुरानी हो चुकी है. जिससे शॉर्ट सर्किट लगातार हो रहा है.जिससे खेतों में खड़ी सुखी फसल जलकर राख हो रही है. लेकिन इस तरह की घटनाओं के बाद भी बिजली विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. साथ ही जिले के प्रशासनिक अधिकारी भी किसानों की समस्या जानने तक उनके बीच नही पहुंच रहे हैं.