भिंड। भिंड जिले की दो विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव से जिले में सियासी हलचल तेज है. चौक चौराहे हों या चाय की दुकान हर जगह सिर्फ उपचुनाव की चर्चा है. बीजेपी कांग्रेस और अन्य दलों के प्रत्याशी लगातार प्रचार कर मतदाताओं को अपने पक्ष में लुभाने में जुटे हैं. ईटीवी भारत अपने खास प्रोग्राम 'भैय्या जी का अड्डा' के जरिए मतदाताओं के मन की बात जानने की कोशिश कर रहा है. आज हमारा कारवां पहुंचा है भिंड के गोहद में, जहां मतदाताओं ने चुनावी मुद्दों पर ईटीवी भारत से चर्चा की.
गोहद विधानसभा सीट पर बीजेपी के रणवीर जाटव का मुकाबला कांग्रेस के मेवाराम जाटव से हैं. यहां के मतदाताओं ने स्थानीय समस्याओं को लेकर सबसे पहले चर्चा की. क्योंकि क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं की समस्या आज भी नजर आती है. शहरी मतदाताओं की अपेक्षा ग्रामीण आबादी इन सुविधाओं के नहीं मिलने से ज्यादा परेशान दिखती है. जिससे लोग जनप्रतिनिधियों पर नाराजगी भी जाहिर करते हैं.
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बेरोजगारी है सबसे बड़ा मुद्दा
गोहद विधानसभा क्षेत्र में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है. जीवन भर से गोहद की स्थिति और परिस्थितियों को देखते आए एक उम्र दराज मतदाता का कहना है कि, इस क्षेत्र में सबसे पहले जो मुद्दा है, वो बेरोजगारी का है. यहां के बच्चे पढ़ लिखकर समाज में तो खड़े हो गए, लेकिन रोजगार न मिलना एक बड़ी समस्या है. क्षेत्र में महंगाई भी एक बड़ा मुद्दा है. मतदाता मानते हैं कि, आज हर चीज इतनी महंगी हो गई है कि खुद का पेट भरना भी लोगों के लिए काफी मुश्किल हो गया है. ऐसे में सरकार को चाहिए कि, वो महंगाई कम करने के लिए प्रयास करे और रोजगार उपलब्ध कराएं. ताकि लोगों को कुछ राहत मिल सके.
पानी की समस्या भी बड़ी परेशानी
ईटीवी भारत से बात करते हुए मतदाता कहते हैं कि, वैसे तो क्षेत्र में पानी एक बड़ी समस्या है. पानी के लिए हर दिन परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ग्रामीण क्षेत्रों में तो लोग दूर-दूर से जाकर पानी भरकर लाते हैं. पानी नहीं होने से किसानों को भी परेशानी होती है. योजनाएं शुरु करने के दावे तो खूब किए गए. लेकिन ये योजनाएं अब तक मूर्त रुप नहीं ले पायी.
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