भिंड।भिंड जिला जेल के बाहर कैदियों के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. पुलिसकर्मियों और परिजनों के बीच हाथापाई भी हुई. परिजन घायल कैदियों से मिलने की जिद पर अड़े थे. भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने बल का सहारा भी लिया. इससे पहले बाकी बचे कैदियों को ग्वालियर सेंट्रल जेल शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई.
तेज बारिश की वजह से जेल की दीवार धराशायी हो गई थी. जिससे 21 कैदी घायल हो गए थे, इनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है. कलेक्टर-एसपी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. तीन दिन पहले ही जेलर ने दीवार की मरम्मत के लिए संबंधित विभाग को खत लिखा था.
खबर के मुताबिक सुबह जेल की बैरक नंबर 2 और 7 भरभरा कर गिर गई. इसकी चपेट में इन बैरकों में सो रहे कुल 21 कैदी आ गए. सभी को गंभीर चोटें आईं, इनमें से 1 की हालत नाजुक बताई जा रही है. जेल में घायल हुए सभी कैदियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है. फिलहाल किसी कैदी की मौत की खबर नहीं हैं.
पुलिस के मुताबिक घायलों को सकुशल बाहर निकलवा कर अस्पताल भिजवाने का बचाव कार्य जारी है. हालांकि जिला जेल की गिरी दीवार और छत का मलबा अभी भी ढेर के रूप में पड़ा हुआ है. जिसमें एक या दो कैदी के दबे होने की आशंका जताई जा रही है. इस दौरान जेलर ने बंदियों की गणना का क्रम शुरू कर दिया है. जिससे यह अंदाजा स्पष्ट किया जा सके के कितने कैदी कुल जेल में बंद हैं और कितने घायल हुए हैं ताकि मलबे में दबे किसी भी बंदी का स्पष्ट रूप से पता लगाया जा सके.
हादसे के समय जेल में 255 कैदी मौजूद थे. जिनमें से अब 234 को ग्वालियर सेंट्रल जेल शिफ्ट कर दिया गया है. ये जेल 63 साल पुरानी है और इसकी मरम्मत को लेकर जेलर ने जेल प्रबंधन को खत भी लिखा था. बताया जा रहा है कि 2008 से नई जेल का निर्माण कराया जा रहा है जो अब तक बन कर तैयार नहीं हुआ है.