भिंड।जब भी ड्रैगन की बात चलती है तो परिकल्पना में मुँह से आग उगलता एक बड़ा सा जानवर नजर आता है, लेकिन इन दिनों भिंड के गौरी सरोवर में एक नहीं दो-दो ड्रैगन पानी पर दौड़ते नजर आ रहे हैं. आप पढ़कर अचंभित ना हो ये दृश्य अब आगे भी नज़र आएंगे और गौरी सरोवर में एक साथ कई ड्रैगन आगे बढ़ेंगे.. जी हां सुनने में भले ही अजीब हो, लेकिन ये नज़ारे दिखाई देने वाले हैं... क्योंकि शहर के मध्य में बने गौरी सरोवर तालाब पर राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आगाज होने जा रहा है
पहली बार ड्रैगन बोट की राज्य स्तरीय प्रतिस्पर्धा का आयोजन:पानी पर दौड़ती ड्रैगन बोट पहली बार क़रीब 5 साल पहले भिंड के गौरी सरोवर में देखी गई थी, उसके बाद से यहां केनो कयाकिंग की ट्रेनिंग शुरू हुई कई नेशनल और इंटरनेशनल प्लेयर और पेराप्लेयर इसी गौरी लेक पर ट्रेनिंग लेकर आगे बढ़े और सफलता हांसिल की. इन दिनों भी गौरी लेक पर राज्य स्तरीय ड्रैगन बोट प्रतियोगिता में हिस्सा ले रही टीम के खिलाड़ी लगातार ट्रेनिंग कर रहे हैं, भिंड की जूनियर बालिका टीम से हिस्सा ले रही रिया सिकरवार ग्रामीण क्षेत्र रमटा से है, वे करीब एक महीने से यही भिंड में रहकर प्रतिदिन प्रैक्टिस कर रहीं है. वे कहती हैं कि भले ही वाटर स्पोर्ट्स खतरनाक हैं, लेकिन इसके जातीय एक अच्छा भविष्य बनाया जा सकता है. वे आगे आर्मी में जाना चाहती है और वहां भी अपने खेल को जारी रखना चाहती हैं.
बाहर से आए खिलाड़ी गौरी सरोवर में कर रहे प्रैक्टिस:रीवा से आयी खिलाड़ी अवंतिका सिंह परिहार ने बताया कि वे चार वर्षों से वॉटर स्पोर्ट्स में हैं, और इन दिनों चैंपियनशिप के लिए भिंड आईं हैं, यहां पहले से आकर एक टीम के साथ प्रैक्टिस कर रहीं हैं. प्रतिदिन सुबह और शाम प्रैक्टिस सेशन में भाग ले रही हैं. वे अब तक भोपाल स्पोर्ट्स अकैडमी में रहकर ट्रेनिंग ले रही थी. उन्होंने बताया कि उनकी बड़ी बहन भी वॉटर स्पोर्ट्स प्लेयर है, जिनसे प्रेरित होकर वे भी खेल के इसी क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं.
गौरी सरोवर में वाटर स्पोर्ट्स इवेंट्स की बहुत संभावनाएं:इस इवेंट के ऑर्गनाइज़ सेक्रेटरी और ICKA के स्थानीय संरक्षक राधे गोपाल यादव ने बताया कि जिले में राज्यस्तरीय ड्रैगन बोट प्रतियोगिता पहली बार गौरी सरोवर पर आयोजित हो रहीं हैं. यादव कहते हैं कि गौरी सरोवर भिंड के लिए वरदान है यहां वाटर स्पोर्ट्स के लिए बहुत संभावनाएं है, इसी गौरी सरोवर से खेलकर पेरा प्लेयर पूजा ओझा ने राष्ट्रपति से सम्मान पाया है. वहीं पेराओलंपिक में गोल्ड जीतने वाली प्राची यादव ने भी भिंड से ट्रेनिंग की थी, यहां के युवाओं में बहुत पोटेंशियल है जो आने वाले समय में वाटर स्पोर्ट्स के विभिन्न विधाओं में पारंगत हो रहे हैं और भविष्य में होने वाले चैंपियनशिप में 50 प्रतिशत खिलाड़ियों में भिंड के युवा नजर आएंगे.