भिंड। जिले में पड़ रही भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं. वहीं दूसरी सबसे बड़ी समस्या शहर के नालों की सफाई नहीं होना है. आलम ये है कि मुख्य मार्गों पर स्थित नालों में गंदगी का अंबार लगा है. इस तरफ न तो नगर पालिका के कर्मचारियों का ध्यान है और न ही अधिकारियों का. स्थानीय रहवासियों का आरोप है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी हालत जस के तस हैं.
भिंड: शहर के नालों में लगा है गंदगी का अंबार, कुम्भकर्णी नींद में सो रहे नगर पालिका अधिकारी - नगर पालिका
शहर के मुख्य मार्गों पर स्थित नालों में गंदगी का अंबार लगा है. नगर पालिका के उदासीन रवैया से उन्हें गंदी बदबू के बीच सांस लेने में भी काफी दिग्गत होती है.
लोगों का कहना है कि शिकायत करने पर अधिकारी और कर्मचारी कोई नहीं सुनता. लोगों ने कहा कि बरसात के समय कॉलोनियों से निकलना दूभर हो जाता है. नगर पालिका के उदासीन रवैया से उन्हें गंदी बदबू के बीच सांस लेने में भी काफी दिक्कत होती है. नालों की सफाई के लिए नगर पालिका एक बड़ी रकम भी खर्च करता है. इसके बावजूद शहर के नालों के हालात खस्ता हैं.
एसबीआई बैंक, इंदिरा चौराहा, वीरेंद्र वाटिका, मुखर्जी कॉलोनी जैसे इलाकों में बने नालों की हालत इन दिनों बद से बदतर हो चुकी है. हालांकि कुछ जगहों पर पक्के नाले हैं, वो भी गंदगी से अछूते नहीं रहे. मामले को लेकर जब नगर पालिका सीएमओ से बात करने की कोशिश की गई तो पता चला कि वह छुट्टी मना रहे हैं. वहीं नगर पालिका अध्यक्ष भी ग्वालियर में निवास करती हैं. उनका एक हफ्ते में एक या दो दिन ही भिंड आना होता है.