भिंड।मंगलवार को मध्य प्रदेश का बजट पेश होने जा रहा है. केंद्र सरकार ने तो अपना पिटारा पहले ही खोल दिया, लेकिन मध्य प्रदेश की सरकार इस बार जनता के लिए क्या कुछ सौगातें लेकर आने वाली है, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है. ऐसे प्रदेश के सभी वर्गों की राय और उम्मीद को जानने के लिए ईटीवी भारत पहुंचा लोगों के बीच.
इस बार भी उम्मीद जतायी जा रही है कि मध्य प्रदेश सरकार 2 लाख करोड़ से ज़्यादा का बजट सदन में पेश करेगी. इस बजट को लेकर जब हमने भिंड के युवा वर्ग से बात की और जानना चाहा कि इस बार आगामी बजट से उन्हें क्या कुछ उम्मीद है तो युवाओं का कहना था कि उन्हें हर साल आने वाले बजट से उम्मीद होती है, लेकिन बर साल उनकी उम्मीदें अधूरी रह जाती है.
बेरोजगारी दूर करने पर करें फोकस
पिछले बजट की बात की जाए तो कोरोना काल में भी न तो बेरोजगार युवाओं को लाभ मिला और ना ही व्यापारी वर्ग को और न ही किसानों कोई फायदा मिला. सरकार ने रोजगार लाने की बात कही, लेकिन आज भी जिले में लाखों युवा बेरोज़गार घूम रहे हैं.
प्रदेश के मुखिया शिवराज ने छह साल पहले प्रतिवर्ष 2 करोड़ युवाओं को रोज़गार देने की बात कही थी. उस हिसाब से अब तक प्रदेश में 12 करोड़ युवाओं को रोज़गार उपलब्ध होना चाहिए था, लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं. छह साल में विभिन्न माध्यमों से निकाली गई नियुक्तियों में महज 22-23 लाख युवाओं को ही रोज़गार दिया जा सका है. अब युवा उम्मीद कर रहे हैं कि आगे कुछ अच्छा हो.
क्षेत्र में उच्च शिक्षा संस्थानों की दरकार
युवाओं का कहना है कि सरकार को कुछ ऐसा व्यवस्था बनानी चाहिए जिससे कि छात्रों को रोज़गार उपलब्ध हो सके. युवाओं ने बताया कि जिले में मालनपुर इंडस्ट्रियल एरिया बना हुआ है, लेकिन अभी मात्र नाम के लिए उसका लाभ नहीं मिला.
बता दें कि इंडस्ट्रियल एरिया होने के बावजूद युवाओं को लाभ नहीं मिला. जनप्रतिनिधियों द्वारा भी कभी कोई प्रयास नहीं किए गए हैं. वहीं बात अगर शिक्षा के क्षेत्र की जाए तो जिले में कोई ऐसी व्यवस्था नहीं है. यहां तक कि BCA-BBA जैसी छोटी डिग्रियां के लिए भी छात्रों को दूसरे शहरों में जाना पड़ता है.