भिंड पहुंची बसपा सुप्रीमो मायावती, वोटरों को याद दिलाया यूपी में बसपा का कार्यकाल, बीजेपी-कांग्रेस पर साधा निशाना
Mayawati Visit Bhind: बसपा सुप्रीमो मायावती पार्टी के प्रत्याशी संजीव सिंह कुशवाह के समर्थन में भिंड पहुंचीं. उन्होंने जनता को यूपी में बसपा का कार्यकाल याद दिलाते हुए बीजेपी और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.
भिंड।मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मतदान के लिए अब दो दिन का समय शेष बचा है. ऐसे में भिंड जिले में राजनीतिक पार्टियों के स्टार प्रचारक लगातार सभाएं कर रहे हैं. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भिंड विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी संजीव सिंह कुशवाह के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित किया.
संजीव सिंह ने त्रिकोणीय बनाया मुकाबला:भिंड विधानसभा में विधायक संजीव सिंह कुशवाह के बसपा से टिकट ले आने और अब हाथी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने से पहले ही मुकाबला त्रिकोणीय हो चुका है. ऐसे में बसपा का वोटबैंक मजबूत करने मंगलवार को खुद बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष कुमारी मायावती ने भिंड पहुंचकर नई गल्ला मंडी में जनसभा को संबोधित किया.
मायावती की सभा में उमड़ा जनसैलाब
यूपी में पूर्व की बसपा सरकार के कार्यकाल का दिया हवाला:बसपा सुप्रीमों ने मंच से अपने भाषण में उत्तर प्रदेश में रही पूर्व की बीएसपी की सरकार के कार्यकाल का हवाला देते हुए गरीब और दलित तबके के लिए किए गए कार्यों का बखान किया उन्होंने जनता से अपील कि ''अब मध्य प्रदेश में भी बीएसपी की सरकार बनवाएं क्योंकि दलित और गरीब तबके के लिए बीएसपी सरकार ही काम कर सकती है.'' वहीं, उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि ''आज आप लोग किसी अन्य दलों के प्रलोभन में ना आते हुए बहुजन समाज पार्टी को ही वोट करें.''
सभाएं दो, भाषण लगभग एक जैसा:गौरतलब है कि बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने अब तक भिंड जिले में दो विधानसभाओं में जनसभाओं को संबोधित किया है. जहां उन्होंने कांग्रेस के भी पूर्व कार्यकाल के साथ वर्तमान की बीजेपी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए मध्यप्रदेश में बसपा को स्थापित करने की अपील की है. उन्होंने लहार की तरह भिंड में आयोजित जनसभा कार्यक्रम में सीमित समय दिया, बिना स्वागत के मायावती ने अपना संबोधन दिया और रवाना हो गई. वहीं उन्होंने विधायक संजीव सिंह कुशवाह को भी बीजेपी में जाने की गलती के लिए माफ करते हुए जनसेवा का आशीर्वाद दिया.