भिंड।एक बार फिर मध्यप्रदेश में गुर्जर और क्षत्रिय समाज के बीच तनाव की स्थिति बनती नज़र आ रही. इस बार एक प्राचीन मंदिर के बोर्ड को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. ये किसी असामाजिक तत्व की शरारत या जानबूझकर किया गया कृत्य हो सकता है. लेकिन अब चम्बल अंचल में राजपूत समाज में आक्रोश है. पुरातत्व विभाग द्वारा लगाये बोर्ड पर की छेड़छाड़ की जानकारी मिलने पर करणी सेना के कार्यकर्ताओं में आक्रोश भड़क गया.
क्या है मामला :बता दें कि भिंड के अटेर विधानसभा क्षेत्र में स्थित प्राचीन बौरेश्वर धाम मंदिर पुरातत्व विभाग के अधीन है. इस मंदिर का निर्माण भदावर शासकों द्वारा कराया गया था. किसी असामाजिक तत्व ने इस बोर्ड भदावर प्रतिहार नाम को मिटाकर गुर्जर प्रतिहार लिख दिया. जब इस पर लोगों की नज़र गई तो क्षत्रिय समाज ने विरोध कर दिया. राजपूत और क्षत्रिय समाज ने एकत्र होकर करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष संतोष भदौरिया के नेतृत्व में बैठक बुलाई गई. इसके बाद बोर्ड से गुर्जर नाम को हटाया गया. इसके बाद करणी सेना ने फूप पुलिस थाने तक रैली निकाल कर विरोध जताते हुए कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा.