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Bhind Patwari Strike: हड़ताली पटवारियों ने निकाली तिरंगा यात्रा, तेज हुआ पटवारी संघ का आंदोलन

ग्रेड पे बढ़ाने समेत पांच सूत्रीय मांगों को लेकर पूरे मध्य प्रदेश में पटवारी हड़ताल पर हैं. इनका आंदोलन लगातार बढ़ता जा रहा है. सरकार की नजरअंदाजी और वादा खिलाफी के चलते नाराज पटवारी संघ ने भिंड जिला मुख्यालय पर तिरंगा यात्रा निकाली और कलेक्ट्रेट पहुंच कर ज्ञापन सौंपा.

patwari strike in bhind
भिंड में पटवारियों ने निकाली तिरंगा यात्रा

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 6, 2023, 10:16 PM IST

भिंड में पटवारियों का तिरंगा यात्रा

भिंड।मध्य प्रदेश में 19 हजार से ज्यादा पटवारी बीते 10 दिनों से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं. सरकार से ग्रेड पे बढ़ाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. कहीं धरना जारी है तो कहीं मुंडन कराकर अपना विरोध दर्ज करवा रहे हैं. वहीं, भिंड जिले में बुधवार को हड़ताली पटवारियों ने तिरंगा यात्रा निकाली. पटवारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष मनीष शर्मा का कहना है कि "सरकार द्वारा वादा करने के बाद भी पटवारियों का ग्रेड पे 25 साल से यथावत 2100 रुपये है जिसे 2800 किया जाना था, लेकिन नहीं किया गया. इसी मांग को लेकर अब बीते 28 अगस्त से उनकी हड़ताल जारी लेकिन अब तक सरकार के किसी नुमाइंदे ने उनसे संपर्क तक नहीं किया है."

मध्यप्रदेश में पटवारियों का सबसे कम ग्रेड-पे :पटवारी संघ की प्रमुख मांग ग्रेड पे बढ़ाने की है, क्योंकि पूरे देश में अन्य राज्यों की अपेक्षा एमपी में सबसे कम ग्रेड पे पटवारियों को 2100 रुपय दिया जा रहा है. जबकि हमारे पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में भी 2400 रुपय ग्रेड पे दिया जा रहा है. वहीं उनका कहना है कि मध्य प्रदेश सरकार बढ़ी हुई महंगाई के हिसाब से उन्हें भत्ते तक नहीं दे रही है. मनीष शर्मा का कहना है कि "एक सरकारी पटवारी को यात्रा भत्ते के तौर पर सिर्फ 300 रुपये मिलते हैं, जबकि पेट्रोल का दाम 109 रुपय से अधिक है. सरकार घर के किराए के लिए भत्ते के रूप में सिर्फ 258 रुपये देती है जबकि इतने रुपये में घर किराए पर मिलता है."

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किसान हो रहे परेशान, पटवारी बोले मजबूरी है आंदोलन: हड़ताल की वजह से फील्ड में काम रुक चुका है और किसान परेशान हैं. लेकिन, पटवारी संघ का कहना है कि "वे किसानों की परेशानी को समझते हुए उनके लिए काम करना चाहते हैं, लेकिन अपनी जायज मांगों को लेकर उनका आंदोलन भी अब मजबूरी बन गया है. जब तक मांगे नहीं पूरी होंगी तब तक इसी तरह अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी."

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