भिंड(Bhind)।वैक्सीनेशन महाअभियान (Vaccination Maha Abhiyaan) के जरिए सरकार ज्यादा से ज्यादा लोगों को कोरोना का टीका लगाने की जुगत में लगी हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के जन्मदिन पर रिकॉर्ड 2 करोड़ से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन हुआ. पीएम ने खुद अपने संबोधन में इसे एक बड़ी उपलब्धि बताया था. लेकिन भिंड जिले में आंकड़ेबाजी के नाम पर टीकाकरण में बड़ा फर्जीवाड़ा (Fraud in Vaccination) सामने आया.
दरअसल जिले में स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की तरफ से कुछ ऐसे लोगों को वैक्सीन का दूसरा डोज लगाने का मैसेज और सर्टिफिकेट (Message and Certificate) जारी किया गया, जिन्होंने दूसरा डोज लगवाया ही नहीं था. कई ऐसे मामले भी सामने आए जिसमें मरने वालों को तक वैक्सीन लगाने की बात कही गई. आखिर क्या है यह पूरा वैक्सीन का फर्जीवाड़ा ? रिपोर्ट पढ़ें.
बिना वैक्सीन लगवाए आया मैसेज
भिंड जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन यानि 17 सितंबर को स्वास्थ्य विभाग की ओर से कुछ लोगों के पास मैसेज पहुंचे. जिसमें कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज लगने की बात लिखी हुई थी. जबकि इन लोगों ने दूसरा डोज लगवाया ही नहीं था. एसएमएस देखकर सभी लोग हैरान रह गए.
भिंड के महावीरगंज मेला ग्राउंड के पास रहने वाले युवक रुद्र प्रताप ने ईटीवी भारत को बताया कि जून में उन्होंने पहला टीका कोविशील्ड का लगवाया था. लेकिन 84 दिन पूरे होने पर उन्हें दूसरा टीका लगवाने का समय नहीं मिला. इस दौरान 17 सितंबर की रात करीब 9 बजे उन्हें मोबाइल पर एक एसएमएस मिला. जिसमें उन्हें कोविशील्ड का दूसरा टीका लगा देने की बात लिखी थी. इतना ही नहीं प्रमाण-पत्र डाउनलोड करने का भी लिंक स्वास्थ्य विभाग को ओर से भेजा गया था. युवक ने जब सर्टिफिकेट डाउनलोड किया तो उन्हें इस फर्जीवाड़े का अहसास हुआ.
शिकायतें मिलने के बाद ईटीवी भारत की पड़ताल
युवक रुद्र प्रताप की शिकायत के बाद ईटीवी भारत ने मामले की पड़ताल शुरू की. इस दौरान कई ऐसे खुलासे हुए जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया. भिंड में ही इस तरह के फर्जीवाड़े के कई केस सामने आए. जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं.
- भिंड के गीता भवन स्थित रहने वाले अभिमन्यु को भी 17 सितंबर को मोबाइल पर भिंड के डाक बंगला स्थित वैक्सीन सेंटर पर सफलतापूर्वक वैक्सीन का दूसरा डोज लगने का SMS प्राप्त हुआ. जबकि अभिमन्यु के बड़े भाई ने बताया कि उनका भाई पिछले दो महीने से भिंड से बाहर है. वहीं उन्होंने यह भी बताया कि 17 सितंबर को डाक बंगले पर कोई वैक्सीनेशन सेंटर बनाया ही नहीं गया था.
- भिंड के रहने वाले अमित श्रीवास्तव पेशे से शासकीय शिक्षक हैं जिनकी ड्यूटी फिलहाल कलेक्ट्रेट में चल रही है. उन्हें भी रुद्र और अभिमन्यु की तरह ही 17 सितंबर को कोविशील्ड वैक्सीन का दूसरा डोज सफलतापूर्वक लगाए जाने का एसएमएस प्राप्त हुआ. जबकि अभी तक उन्होंने दूसरा डोज नहीं लगवाया है.
- जिले के मेहगांव कस्बे में रहने वाली मुन्नी देवी के साथ भी ठीक इसी तरह का फर्जीवाड़ा सामने आया. 17 सितंबर की रात करीब 8.14 बजे उनके पति के मोबाइल पर मुन्नी देवी को वैक्सीन का दूसरा डोज लगाए जाने का मैसेज आया. जबकि उन्होंने भी अब तक दूसरा डोज लगवाया नहीं है.