भिंड। अकोडा नगर पंचायत परिषद के किसानों का आक्रोश उस समय चरम पर (Bhind Farmers troubled by stray cattle) पहुंच गया, जब लगातार कई बार शिकायत करने के बाद भी प्रशासन के कानों पर जू तक नहीं रेंगा और न ही आवारा गोवंश को हटाने की कोई कार्रवाई की गई, जिससे खफा किसानों ने सैकड़ों आवारा गोवंश को हांककर नगर पंचायत परिषद कार्यालय की बाउंड्री के अंदर बंद (farmers clossed 500 cows in CMO office of city council) कर दिया और सीएमओ के खिलाफ नारेबाजी की.
किसानों ने सैकड़ों गोवंश को नगर परिषद के CMO कार्यालय में किया बंद अवैध खनन-परिवहन पर सिर्फ खनिज विभाग ही करेगा कार्रवाई, भू-राजस्व संहिता संसोधन विधेयक को राज्यपाल ने दी मंजूरी
2 साल पूर्व अकोडा में बनी गौशाला
भिंड जिले के किसान आवारा गोवंश से फसल बचाने के लिए दिन-रात जूझ रहे हैं, लेकिन प्रशासन ने अब तक इसका कोई निराकरण नहीं किया है, नगर पंचायत परिषद अकोडा में भी शासन की ओर से दो वर्ष पूर्व गौशाला का निर्माण कराया गया था, लेकिन नगर पंचायत परिषद की लापरवाही के चलते गौशाला में भूसा-पानी की व्यवस्था नहीं होने से गौशाला चालू नहीं हो सका. ऐसे में गौशाला में ताला लगा है.
सैकड़ों गोवंश को नगर परिषद के CMO कार्यालय में किया बंद CMO कार्यालय में बंद किए मवेशी
आवारा गौवंश से परेशान आक्रोशित किसानों ने नगर परिषद के अधिकारियों को सबक सिखाने के लिए अनोखा तरीका अपनाया और उन्होंने इलाके की 500 से अधिक गायों को एकत्रित कर नगर पंचायत परिषद सीएमओ कार्यालय (gherao of CMO office with 500 cows) के अंदर खदेड़ कर बंद कर दिया, इसके बाद सीएमओ के खिलाफ नारेबाजी करने लगे.
SDM ने खुलवाया गौशाला का ताला
किसानों के आक्रोश को देखते हुए जिला प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए और एसडीएम उदय सिंह सिकरवार को समस्या के हल के लिए मौके पर भेजा गया. एसडीएम ने 2 साल से बंद पड़ी गौशाला को चालू कराने का निर्देश देकर आवारा पशुओं को गौशाला में भिजवा दिया, जहां किसान चार-पांच दिन तक आवारा गोवंश के लिए भूसा-पानी की व्यवस्था करेंगे, तब तक सीएमओ को गोवंश के लिए खाने-पीने की व्यवस्था करने के निर्देश भी एसडीएम ने दिए हैं.