भिंड। प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने जिला योजना समिति की बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजीत मिश्रा को खूब खरी-खोटी सुनाई. आरोप है कि सीएमएचओ ने झूठी जानकारी दी थी, जिस पर मंत्री खफा हो गए थे, वहीं कलेक्टर भी इस पर ठीक से स्पष्टीकरण नहीं दे पाए, जिससे कलेक्टर को भी मंत्री की फटकार झेलनी पड़ी. मंत्री गोविंद सिंह भिंड जिले के प्रभारी बनने के बाद गुरुवार को पहली बार पहुंचे थे. जहां उन्होंने जिला पंचायत सभागार में जिला योजना समिति के सदस्यों और अधिकारियों के साथ बैठक की थी. इस बैठक से मीडिया को दूर रखा गया था, बैठक में जिले के विधायक और समाजसेवियों के साथ विभिन्न योजनाओं पर चर्चा हुई.
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बैठक के अंदर की खबर
जब बात स्वास्थ्य विभाग पर आयी तो झूठी शान दिखाने के चक्कर में डॉक्टर अजीत मिश्रा ने मंत्री के सामने झूठ का पुलिंदा रख दिया. हुआ कुछ यूं कि प्रभारी मंत्री ने कोविड को लेकर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर जिले के हालात की जानकारी मांगी तो मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर अजीत मिश्रा ने अपने काम का बखान करते हुए बताया की अस्पतालों में बेड की संख्या में इजाफा किया गया है. सरकार की मंशा के अनुसार जिला अस्पताल को 300 से बढ़ाकर 600 बेड कर दिया गया है, लहार में 50 बेड से बढ़ाकर 100 बिस्तरीय अस्पताल, अटेर और गोहद में भी 30 बेड से बढ़ाकर अस्पतालों को 100 बिस्तरीय किया गया है. इस पर गोहद विधायक ने आपत्ति जताई और कहा कि गोहद में अब तक अस्पताल 30 बिस्तर का ही है, घोषणा हुई थी पर अब तक काम नहीं हुआ, जिस पर CMHO ने अपना झूठ छिपाने के लिए कहा कि गोहद अस्पताल के उन्नयन के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है और यहीं उनका झूठ पकड़ा गया.
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