भिंड। जिला अस्पताल में लगातार लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं. ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की मौत का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ है कि अस्पताल के प्रबंधन की अमानवीयता का एक और मामला सामने आ गया. सोमवार देर रात पास के ही गांव उमरी से आई एक गर्भवती महिला को अस्पताल में भर्ती करने से इनकार कर दिया गया. इस दौरान महिला की डिलीवरी अस्पताल के बाहर गेट के सामने सड़क पर ही हो गई. बाद में महिला और नवजात बच्चे को अस्पताल में भर्ती किया गया. अब इस मामले में जिला अस्पताल के सिविल सर्जन कार्रवाई की बात कर रहे हैं.
गर्भवती को भर्ती करने से किया इनकार, सड़क पर हुई डिलीवरी जिला अस्पताल से सामने सड़क पर हुई डिलीवरी
भिंड जिला अस्पताल इन दिनों लापरवाही के कारण सुर्खियों में बना हुआ है. कोविड काल में स्वास्थ्य सेवाओं के कर्मचारियों की कमी होने के चलते अस्पताल में जमकर लापरवाही हो रही है. ऐसा ही मामला सोमवार रात भी अस्पताल में नजर आया. अस्पताल में डिलीवरी के लिए लाई गई महिला को भर्ती करने से स्टाफ ने मना कर दिया. स्टाफ ने कई सारे बहाने बनाए इसके बाद महिला के ग्वालियर रेफर कर दिया. महिला को अस्पताल के गेट पर बैठाकर परिजन वाहन की व्यवस्था कर रहे थे तभी महिला की डिलीवरी हो गई. इसके बाद आनन-फानन में महिला और बच्चे को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया.
ऊमरी स्वास्थ्य केन्द्र में भी नहीं मिला था स्टाफ
पुलावली गांव से आए पीड़िता के पति ने बताया की पहले वो अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर ऊमरी स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचा था. काफी देर तक नर्स का इंतजार करने के बाद महिला की हालत बिगड़ने लगी तो परिवार के लोग उसे भिंड लेकर आए थे. भिंड में काफी देर तक महिला को गैलरी में छोड़ दिया गया. परिवार के लोगों का आरोप है कि कुछ देर के बाद कोरोना जांच नहीं होने का बहाना बनाकर महिला डॉक्टर ने इन्हें ग्वालियर रेफर कर दिया और अस्पताल से बाहर निकाल दिया.