भिंड।चुनाव नजदीक आते ही आईएएस-आईपीएस समेत तमाम अधिकारियों की उठापटक जारी है. रविवार देर रात भी मध्यप्रदेश सरकार ने 18 आईएएस अधिकारियों के तबादले किए हैं. लिस्ट आ चुकी है और उसमे भिंड कलेक्टर सतीश कुमार एस का भी नाम है. 2013 बैच के आईएएस सतीश कुमार एस का कार्यकाल बतौर भिंड कलेक्टर काफी विवादित रहा है. बावजूद इसके सरकार की मेहरबानी इन पर बनी रही और भिंड में लंबे समय तक रहने के बाद अब वे मध्यप्रदेश स्टेट को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन के प्रबंध संचालक और पदेन उप सचिव, मध्यप्रदेश शासन, पशुपालन एवं डेयरी विभाग की जिम्मेदारी सम्भालेंगे.
कब-कब सुर्खियों में रहे भिंड कलेक्टर:डॉ. सतीश कुमार एस का दो साल से अधिक का कार्यकाल शासन की दृष्टि से अच्छा रहा. उन्होंने सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए लगातार कार्य किया. लेकिन अधीनस्थ अधिकारियों ने कई बार उन्हें भटकाया भी. बतौर भिंड कलेक्टर सतीश कुमार कई बार सुर्खियों में रहे जिसके पीछे का कारण उनका शोर्ट टैम्पर होना रहा है.
- पहली घटना आईएएस सतीश कुमार की भिंड पोस्टिंग के कुछ दिनों बाद की ही है. मई 2021 में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जिला अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति में लगे वाहन के ड्राइवर को कलेक्टर ने अपने हार्ड से सरेआम पिटवाया था. जिसके बाद मामला सुर्खियों में आ गया था. हालांकि बाद में बताया गया कि ड्राइवर ऑक्सीजन सिलेंडर वाहन में लगे सीसीटीवी कैमरे से छेड़छाड़ करता था. लेकिन उस कार्रवाई की जगह हार्ड से पिटवाने के चलते वे सुर्खियों में छाए रहे.
- दूसरी बड़ी घटना भी इसी साल 2021 में घटित हुई, जब भिंड कोर्ट के सीनियर अधिवक्ता उमाकांत मिश्रा से उन्होंने अभद्रता की. एक केस को लेकर एडवोकेट मिश्रा को अपने न्यायालय में बुलाने के लिए कलेक्टर सतीश कुमार एस ने उनके साथ अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया था. उन्होंने अपने गार्ड से कहा था कि 'उस वकील को बुलाकर लाओ नहीं आए तो पकड़ कर लाओ', यह बात मौके पर मौजूद रहे अन्य वकीलों के सामने कही गई थी. जिसके बाद वकीलों ने कलेक्टर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था.
- तीसरी बार कलेक्टर 2022 में सुर्खियों में आये जब जिला स्वास्थ्य विभाग की एक बैठक में उनके बर्ताव का वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें वे कर्मचारियों से गाली-गलौज और अभद्रता करते नज़र आये थे.
- चौथी घटना भिंड नगर में अतिक्रमण हटाने के दौरान सामने आयी थी. यहां व्यापारियों के विरोध पर भिंड कलेक्टर अपना आप खो बैठे थे और दबंगई दिखाते हुए चीखते नजर आये थे कि 'गोली मार दो मुझे.'
- इसके अलावा हाल ही में मई अंत में एक बार फिर एक वकील से अभद्रता की थी. उन पर जूनियर अधिवक्ता को अपने किचन और फिर कोर्ट चेंबर में बंद करने का आरोप लगा है. बताया गया था कि पीड़ित जूनियर एडवोकेट अपने परिजन का एक आवेदन लेकर कलेक्टर के पास पहुंचा था. लेकिन उसे बंदी बना लिया गया जिसको लेकर वकीलों ने हंगामा किया तब जाकर उसे छोड़ गया था इसके खिलाफ वकील ने आवेदन दे कर कार्रवाई की भी मांग की थी. ये मामला भी देश में सुर्खियों में रहा था.