भिंड। सरकार प्रदेश के बच्चों का भविष्य सुधारने के कई योजनाएं चलाने का दावा करती है. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है. भिंड में नाबालिग अपने परिवार क चलाने के लिए ऑटो रिक्शा चलाने को मजबूर हैं. नाबालिक चालक न सिर्फ अपनी बल्कि दूसरों की जान के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं. ऐसे में यातायात विभाग कार्रवाई करने के बजाए हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है.
परिवार का पेट पालने के लिए नाबालिग चला रहे ऑटो रिक्शा, हाथ पर हाथ धरे बैठा है यातायात विभाग
भिंड में नाबालिग पने परिवार क चलाने के लिए ऑटो रिक्शा चलाने को मजबूर हैं. ऐसे में यातायात विभाग कार्रवाई करने के बजाए हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है.
बता दें कि भिंड शहर में इन दिनों नाबालिक रिक्शा चालकों की भरमार हो गई है. जगह-जगह रिक्शा चलाते नजर आते हैं. इन चालकों का कहना है कि पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते रिक्शा चलाना उनकी मजबूरी बन गई है. जिस कारण से उनका स्कूल जाने तक छूट गया है.
वहीं यातायात पुलिस भी अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभाती नजर नहीं आ रही. मामला सामने आने के बाद यातायात प्रभारी नीरज शर्मा का कहना है कि जल्द ही नाबालिग ऑटो रिक्शा चालकों पर कार्रवाई की जाएगी. वहीं भिंड एसपी रुडोल्फ अल्वारेस का भी कहना है कि अभियान चलाकर सभी को जागरूग किया जाएगा.