PHE मंत्री के जिले में ही लोग पानी की बूंद-बूंद के लिए मोहताज, प्रशासन मौन
PHE मंत्री सुखदेव पांसे के जिले में ग्रामीण बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं. आजादी के बाद से न तो उन्हें पानी मिल रहा है और न ही कोई मूलभूत सुविधा.
मूलभूत सुविधाओं के अभाव में है बैतूल
बैतूल। प्रदेश के PHE मंत्री सुखदेव पांसे के जिले के दर्जन भर गांवों के लोग पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं. लोग 3 किलोमीटर दूर जाकर कुएं और झिरिया से गंदा और मटमैला पानी लाकर पीने के लिए मजबूर हैं.
भीमपुर ब्लॉक में आजादी के बाद से आज तक ऐसे ही हालात बने हुए हैं. अब तो हालात ऐसे हो गए हैं कि 1500 की आबादी वाले इस गांव में रहने वाले ग्रामीणों को झिरिया में भी पानी आने के लिए 12 घंटे इंतजार करना पड़ता है. गांव वालों की मजबूरी कुछ ऐसी है कि वो सालों से इस झिरिया के गंदे मटमैले पानी को पीकर अपना गुजारा कर रहे हैं.
अधिकारियों से बात की जाए, तो वो गांववालों को खोखले आश्वासन दे देते हैं लेकिन कुछ करते नहीं हैं. सिर्फ पानी ही नहीं इस गांव में लोगों को बिजली, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान होना पड़ता है. बिना बिजली के खंभे लगे हुए कई साल बीत चुके हैं तो वहीं सड़क पर केवल मुरुम बिछाकर छोड़ दिया गया है. भैंसदेही जनपद सीईओ हेमेंद्र गोविल से इस बारे में बात की गई, तो उन्होंने कहा कि गांवों में PHE की एक टीम भेजी जा रही है. उन्होंने कहा कि गांवों में बोर खनन करवाएंगे या फिर टैंकरों से पानी की सप्लाई करेंगे. 8 दिनों के भीतर पानी की समस्या और अन्य सुविधाओं को हल कर दिया जाएगा.