बैतूल। सरकार के लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी लोगों को 108 एम्बुलेंस की सुविधाएं नहीं मिल पा रही है, विभिन्न संगठनों द्वारा कई बार सांसद, विधायक को आवेदन दिए जा चुके हैं, लेकिन कोई हल नहीं निकला, लोगों को सरकारी सुविधा उपलब्ध नहीं हो रही है. ताजा मामला आमला के अमनी गांव का है, जहां एक कोटवार गणेश विसर्जन में ड्यूटी करने गए थे, घर पहुंचने पर वो बेहोश हो गए. परिजनों ने 108 एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन उन्हें सुविधा नहीं मिली. एम्बुलेंस नहीं मिलने पर निजी ऑटो से उन्हें आमला अस्पताल पहुंचाया. आमला के बीएमओ डॉ अशोक नरवरे ने बताया है कि, अमनी निवासी लीग्गू पिता जगन बछले घर मे सोते समय बेहोश हो गया, परिजनों से उन्हें अस्पताल पहुंचाया है. डॉक्टरों ने बताया की, उनका शुगर कम होने से वो बेहोश हो गए थे, इनका प्रथमिक इलाज किया जा रहा है.
बैतूल: नहीं मिली एंबुलेंस, परिजनों ने ऑटो से मरीज को पहुंचाया अस्पताल - Betul Ambulance News
बैतूल जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को एंबुलेंस जैसी मुलभूत और जरुरी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं, आमनी गांव में एक शक्स के पास एंबुलेंस के नहीं पहुंचने पर उसे ऑटो से अस्पताल पहुंचाया गया.
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परिजनों ने बताया है कि, अमनी गांव में कोटवार सुबह से गणेश विसर्जन में ड्यूटी करने गए थे और उन्होंने दिन भर खाना नहीं खाया था, वह देर रात तक घर पहुंचे, फिर वो सो गए. वहीं सुबह काफी देर तक नहीं उठने पर तुरंत 108 एम्बुलेंस को फोन किया, लेकिन दो घंटे तक एम्बुलेंस नहीं आई, फिर ऑटो से उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया.