बैतूल। 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बैतूल में 15 अगस्त को गांधी चौक पर एसडीएम सीएल चनाप ने सादगी पूर्ण तरीके से ध्वजारोहण किया. वहीं वट वृक्ष पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के उत्तराधिकारियों ने झंडा फहराया. इधर शासकीय तथा अर्धशासकीय संस्थाओं में संस्था प्रमुखों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए तिरंगा फहराया गया, ये आजादी के बाद पहला मौका है जब शालेय विद्यार्थियों के बिना स्वतंत्रता दिवस मनाया गया.
ध्वजारोहण के बाद एसडीएम सीएल चनाप, तहसीलदार सुधीर जैन सहित अन्य कर्मचारी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और मीसा बंदियों के निवास पर पहुंचकर उनका सम्मान किया. ग्रामीण क्षेत्र में भी आजादी का जश्न सोशल डिस्टेंस रखते हुए मनाया गया स्कूलों में संस्था प्रमुखों ने ध्वजारोहण किया.
देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए मोदी ने चीन का नाम लिए बगैर कहा कि संप्रभुता के सम्मान के लिए देश व उसके जवान क्या कर सकते हैं, यह दुनिया ने लद्दाख में हाल ही में देखा.
उन्होंने कहा, 'नियंत्रण रेखा (एलओसी) से लेकर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) तक देश की संप्रभुता पर जिस किसी ने आंख उठाई है, देश ने, देश की सेना ने उसका उसी की भाषा में जवाब दिया है.'मोदी ने कहा, 'भारत की संप्रभुता का सम्मान हमारे लिए सर्वोच्च है. इस संकल्प के लिए हमारे वीर जवान क्या कर सकते हैं, देश क्या कर सकता है, ये लद्दाख में दुनिया ने देखा है.'
पीएम का आत्मनिर्भरता पर जोर
कोरोना महामारी के बीच 130 करोड़ भारतीयों ने आत्मनिर्भर भारत बनाने का संकल्प लिया है. हमें पूरा भरोसा है कि भारत इस सपने को चरितार्थ करके रहेगा. मुझे अपने देश के सामर्थ्य पर विश्वास है.कोरोना महामारी के बीच 130 करोड़ देशवासियों ने आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लिया. आत्मनिर्भर भारत देशवासियों के मन-मस्तिष्क में छाया है. ये आज सिर्फ शब्द नहीं रहा, बल्कि 130 करोड़ देशवासियों के लिए मंत्र बन गया है. आज दुनिया इंटर-कनेक्टेड है. इसलिए समय की मांग है कि विश्व की अर्थव्यवस्था में भारत का योगदान बढ़ाना चाहिए, इसके लिए भारत को आत्मनिर्भर बनना ही है