बैतूल। घोड़ाडोंगरी तहसील कार्यालय में 28 सिंतबर यानी सोमवार को बिना अनुमति के नारेबाजी करते हुए ओबीसी महासभा के सदस्य और दुकानदार ज्ञापन सौंपने पहुंचे, जहां कोरोना संकट काल के दौरान तहसीलदार ने ज्ञापन लेने से इनकार कर दिया.
बैतूल: बिना अनुमति के ज्ञापन सौंपने पहुंचे ओबीसी महासभा के सदस्य, तहसीलदार मोनिका विश्वकर्मा ने किया इनकार - बैतूल में OBC महासभा के सदस्य ज्ञापन देने पहुंचे
बैतूल में OBC महासभा के सदस्य और दुकानदार ज्ञापन सौंपने के लिए तहसील कार्यालय पहुंचे, जहां तहसीलदार मोनिका विश्वकर्मा ने ज्ञापन लेने से इनकार कर दिया.
घोड़ाडोंगरी ग्राम पंचायत की दुर्गा चौक में स्थित करीब 50 वर्ष पुरानी दुकानों को पंचायत द्वारा सील कर दिया गया है. 2016 में इन दुकानों को पीडब्ल्यूडी इंजीनियर ने जर्जर बताया था. इसके बावजूद यहां दुकानें संचालित हो रही थी, जिस पर तहसीलदार मोनिका विश्वकर्मा, जनपद पंचायत सीईओ दानिश खान ने दुकानों का निरीक्षण कर जर्जर स्थिति में होने के चलते ग्राम पंचायत को दुकानों को सील करने के निर्देश दिए थे.
इन दुकानों को संचालित करने वाले व्यापारियों ने ओबीसी महासभा के बैनर तले बिना सूचना के रैली निकली, जो नारेबाजी करते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे. इस पर तहसीलदार नाराज हो गई, और ज्ञापन लेने से मना कर दिया. वहीं मौजूद लोग तहसील कार्यालय के गेट पर ज्ञापन रखकर वापस लौट गए.
घोड़ाडोंगरी ग्राम पंचायत के सचिव बल सिंह इवने ने बताया कि दुर्गा चौक की पंचायत की दुकानों का किराया दुकानदारों द्वारा वर्षों से नहीं दिया गया है. इस संबंध में दुकानदारों को कई बार नोटिस भी जारी किया जा चुका है.