बैतूल।प्रदेश के कई जिलों में शराब दुकानों को खोलने की इजाजत मिल गई है लेकिन इसमें भी कई पेंच सामने आ रहै हैं. जिले में भी शराब की दुकानें खोलने को लेकर ठेकेदार और सरकार के आमने-सामने आने से सुराप्रेमियों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है. लॉकडाउन के बीच बीते दो दिनों से शराब दुकानें खुलने की आस लगाए बैठे शराबियों को आज बड़ा झटका तब लगा, जब एक भी शराब दुकान नहीं खोली गई. मध्यप्रदेश के अन्य जिलों की तरह आज बैतूल में भी अंग्रेजी और देशी शराब दुकान के ठेकेदारों ने अपनी शराब दुकान का शटर नहीं उठाया.
बैतूल: नहीं खुली शराब की दुकानें, मायूस होकर लौटे सुराप्रेमी
बैतूल में शराब की दुकानें खुलने की बाट जोह रहे सुराप्रेमियों में मायूसी है, वो कालाबाजारी से मिलने वाली शराब लेने के लिए मजबूर हो रहे हैं. हालात ये हैं कि अंग्रेजी शराब पीने वाले लोग शराब न मिलने से अब अवैध रूप से बिकने वाली कच्ची महुआ शराब का सेवन कर रहे हैं.जो कभी भी किसी हादसे का सबब बन सकता है.
बता दें कि जिले में भी आज आबकारी विभाग ने शराब दुकानों को खोले जाने को लेकर पूरी तैयारी की थी लेकिन ठेकेदारों ने दुकान खोलने में कोई रुचि नहीं दिखाई, जिसके बाद विभाग ने कमिश्नर को दुकानें न खोले जाने की रिपोर्ट भेज दी. वहीं ठेकेदार का कहना है कि सरकार ने जिन शर्तों पर ठेका दिया है, वो उन शर्तों को बदल रही हैं जिससे उन्हें नुकसान हो रहा है और ठेकेदार इसलिए भी दुकान खोलने से परहेज कर रहे है कि अगर कोरोना का संक्रमण फैला तो उन्हें ही जिम्मेदार ना ठहरा दिया जाए. दुकानों पर भीड़ ना लगे इसे लेकर पुलिस भी सक्रिय दिखी लेकिन दुकान बंद होने से ग्राहक दूर से ही वापस चले गए.