बैतूल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में अब 6 महीनें का भी समय नहीं बचा है, इससे पहले सभी राजनीतिक पार्टियां बूथ स्तर पर चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई हैं. चुनावी साल में कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों के नेता लगातार अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. इस दौरान वे अपनी नीतियों और घोषणाएं के दम पर जनता को लुभाने का भरसक प्रयास कर रहे हैं. इसी तरह बैतूल की मुलताई विधानसभा सीट मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है. यहां साल 2018 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. वहीं इस बार मुलताई सीट के परिणाम क्या होंगे, यह तो जनता ही तय करेगी.
अधूरे वादे कांग्रेस के लिए बन सकती है मुसीबत: बैतूल जिले के मुलताई विधानसभा क्षेत्र 129 में वर्तमान में कांग्रेस का कब्जा है. यहां पर कांग्रेस सरकार में पीएचई मंत्री रहे सुखदेव पांसे विधायक हैं. साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सुखदेव पांसे ने 17250 वोटों से भाजपा के राजा पवार (वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष) को हराया था. भाजपा ने मुलताई के तत्कालीन विधायक चंद्रशेखर देशमुख की टिकट काटकर राजा पवार को टिकट दी थी. इस विधानसभा क्षेत्र ने बीजेपी, कांग्रेस के साथ ही निर्दलीय को भी मौका दिया है. 15 महीने की कांग्रेस की सरकार में मुलताई विधायक सुखदेव पांसे पीएचई मंत्री रहे. इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में कई विकास कार्यों के वादे किए, लेकिन उन्हें पूरा नहीं कर पाए. उनके कई वादे अधूरे रह गए. जिसमें मुलताई को जिला बनाने पट्टन ब्लाक के गांव में नहर पहुंचाने जैसे प्रमुख मुद्दे शामिल है. जो आज भी अधूरे पड़े हैं, जो आगामी चुनाव में विधायक सुखदेव पांसे के लिए मुसीबत बन सकती है. वहीं विधायक सुखदेव पांसे भी मानते हैं कि उनके कुछ वादे अधूरे रह गए बीजेपी सरकार द्वारा फाइलों को रोक दिया गया. जिसके कारण मुलताई क्षेत्र में पर्याप्त विकास नहीं हो पा रहा है.
केंद्र की योजना को अपनी उपलब्धि बताते हैं: भाजपा के 2018 के मुलताई विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी रहे राजा पवार (जिला पंचायत अध्यक्ष) का आरोप है कि मुलताई विधायक सुखदेव पांसे मंत्री बनने के बाद भी क्षेत्र में कुछ नहीं कर पाए. नल समूह योजना केंद्र की है. विधायक इसे अपनी उपलब्धि बताते हैं, जबकि प्रभात पट्टन ब्लाक में करीब दो दर्जन गांव में विधायक ने नहर पहुंचाने का वादा किया था जो अभी अधूरा है.
2008 विधानसभा चुनाव: साल 2008 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो सीट पर कांग्रेस ने सुखदेव पांसे को टिकट दिया था. जबकि बीजेपी ने चंद्रशेखर देशमुख को प्रत्याशी बनाया था. जहां सुखदेव पांसे को 44289 वोट मिले थे, तो भाजपा के चंद्रशेखर देशमुख को 41398 वोट मिले थे. कांग्रेस के सुखदेव पांसे ने भाजपा के चंद्रशेखर देशमुख को 2891 वोटों से हराया था.
मुलताई सीट का रिपोर्ट कार्ड 2013 विधानसभा चुनाव:वहीं साल 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी ने अपने प्रत्याशी दोहराए. इस बार बीजेपी के चंद्रशेखर देशमुख को इस चुनाव में जीत मिली थी.चंद्रशेखर देशमुख को 84354 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के सुखदेव पांसे को 52485 वोट मिले थे. लिहाजा बीजेपी के चंद्रशेखर देशमुख ने 31869 वोटों से जीत हासिल की थी.
2018 विधानसभा चुनाव: साल 2018 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो इस बार भी कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी दोहराया और सुखदेव पांसे को प्रत्याशी बनाया, लेकिन इस बार बीजेपी ने चंद्रशेखर देशमुख का टिकट काटकर राजा पंवार को टिकट दिया था. साल 2013 के परिणाम के उलट कांग्रेस को यहां से जीत हासिल हुई थी. कांग्रेस प्रत्याशी सुखदेव पांसे को 88219 वोट और बीजेपी प्रत्याशी को 70969 वोट मिले थे. लिहाजा कांग्रेस के सुखदेव पांसे ने भाजपा के राजा पंवार को 17250 वोटों से हराया था.
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जातिगत समीकरण: मुलताई विधानसभा क्षेत्र के जातिगत समीकरण पर नजर डाले तो यह कुनबी और पवार समाज बहुल इलाका है. कुनबी समाज के प्रतिनिधित्व और कुनबी समाज के वोटरों की संख्या अधिक होने के चलते साल 2008 के चुनाव से यहां पर कुनबी समाज का विधायक बनते आ रहे हैं. 2008 और 2018 में मुलताई विधानसभा क्षेत्र में कुनबी समाज के सुखदेव पांसे कांग्रेस के विधायक बने. वहीं पूर्व पीएचई मंत्री एवं मंत्री विधायक सुखदेव पांसे ने दावा किया कि मुलताई विधानसभा क्षेत्र में 7 करोड़ रुपए की लागत से हर गांव में नल समूह योजना से घर-घर जल पहुंचाया. हरदौली परियोजना से मुलताई तक पानी लाया जाए.
मुलताई को जिला बनाने ताप्ती के उद्गम स्थल के सौंदर्यीकरण की मांग: मुलताई को जिला बनाने के लिए क्षेत्र की जनता लगातार मांग कर रही है. वहीं देश की प्रमुख नदी सूर्यपुत्री मां ताप्ती के उद्गम स्थल मुलताई में सौंदर्यीकरण की मांग क्षेत्रवासी लंबे समय से कर रहे हैं. इसके साथ ही बेरोजगारों के लिए उद्योग धंधे एवं मुलताई रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों की स्टाफ इसकी मांग जनता कर रही है. प्रभात पट्टन ब्लाक के गांव में नहर पहुंचाने का वादा जो अभी अधूरा है.
कांग्रेस के पांसे तो भाजपा से कई कई दावेदार: मुलताई विधानसभा क्षेत्र में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेसी सिर्फ सुखदेव पांसे का नाम ही आगे ला रही है. वहीं भाजपा से मुलताई के पूर्व विधायक चंद्रशेखर देशमुख, पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष राजा पवार, नरेश पाठे सहित अन्य नाम दावेदारों में सामने आ रहे हैं. इस बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच में कांटे की टक्कर होने की संभावना जताई जा रही है.