बैतूल। लॉकडाउन के दौरान लाखों मजदूरों का रोजगार छिन गया. जिसके चलते मजदूर अपने-अपने गांव आ गए. सरकार ने इन मजदूरों को रोजगार दिलाने का वादा किया, लेकिन इन्हें रोजगार आज भी नहीं मिल पाया है. सलैया ग्राम पंचायत में भी यही हाल है. लॉकडाउन के दौरान दूसरे शहरों से वापस आए मजदूरों को मनरेगा में काम नहीं मिल रहा है. जिसके विरोध में आम आदमी पार्टी ने मजदूरों के साथ घोड़ाडोंगरी जनपद पंचायत पहुंचकर सीईओ दानिश खान को ज्ञापन सौंपा है.
प्रवासी मजदूरों को मनरेगा में नहीं मिल रहा काम, आम आदमी पार्टी ने सौंपा ज्ञापन - Work in MNREGA
बैतूल जिले के सलैया ग्राम पंचायत में लॉकडाउन के दौरान दूसरे शहरों से आए मजदूरों को मनरेगा में काम नहीं मिल रहा है. जिसके विरोध में आम आदमी पार्टी ने मजदूरों के साथ घोड़ाडोंगरी जनपद पंचायत पहुंचकर सीईओ दानिश खान को ज्ञापन सौंपा.
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आप पार्टी के सपन कामला ने बताया, सलैया ग्राम पंचायत में लगभग 60 मजदूर मनरेगा के तहत कार्य से वंचित हैं. इस मामले को लेकर सरपंच, सचिव एवं जनपद उपाध्यक्ष से भी निरंतर संपर्क करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई, बल्कि उसी पंचायत के अन्य स्थानों पर मनरेगा के तहत कार्य चल रहे हैं, गांव के दूसरे मजदूर भी कार्य कर रहे हैं, लेकिन प्रवासी मजदूरों को काम नहीं दिया जा रहा है.
वैश्विक महामारी व लॉकडाउन के इस कठिन समय में ग्रामीण मजदूरों को काम नहीं मिलने से उनका जीवन यापन करना बहुत मुश्किल हो गया है. वहीं सरकार के दावे फेल होते नजर आ रहे हैं. इन मजदूरों को दरकार है कि, उन्हें रोजगार दिया जाए, जिससे वे स्थानीय स्तर पर ही काम करके अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें.