बैतूल। देशभर में लॉकडाउन के चलते बाजार और यातायात बंद है. इस वजह से मजदूर और गरीब वर्ग के लोग अपने घरों की ओर पलायन कर रहे हैं. लॉकडाउन की वजह से उन्हें काम से निकाला जा रहा है. ऐसे में अपने गांव वापस जाने के अलावा उनके पास और कोई चारा नहीं बचा है. ऐसे ही पांच मजदूर ईटीवी भारत से बैतूल-परतवाड़ा हाइवे पर मिले. जब हमने उनका हालचाल जाना, तो उन्होंने बताया कि गुजरात के सूरत से निकले हुए उन्हें 9 से 10 दिन हो गए हैं. वे उत्तरप्रदेश के प्रयागराज और रायबरेली जा रहे हैं.
गुजरात से पलायन कर पैदल निकले 5 मजदूर, दीनदयाल रसोई में उपलब्ध करवाया गया भोजन - Deendayal kitchen in betul
लॉकडाउन के चलते गुजरात राज्य से अपने घर की ओर पलायन कर रहे 5 मजदूर बैतूल पहुंचे, जहां ईटीवी भारत के निवेदन पर इन पांचों को भोजन खिलाया गया.
पैदल अपने घर के लिए इन 5 मजदूरों का कहना है कि वे मजदूरी करते हैं. लॉकडाउन की वजह से काम-धंधा सब बंद हो गया है. उनका कहना है कि वहां भूखे मरने से तो अच्छा है कि पैदल चलकर अपने घर पहुंच जाए. मजदूरों ने बताया कि 10 दिन पैदल चलते हुए हो चुके हैं. 10 से 15 दिन और पैदल चलकर वे अपने घर पहुंच जाएंगे.
इन पांच में से दो मजदूर अशोक सिंह और ऋषिकांत पांडेय रायबरेली के हैं, तो तीन मजदूर नवनीत सिंग, चंद्र किशोर और विजेंदर यादव प्रयागराज के रहने वाले हैं. आपबीती सुनने के बाद ईटीवी भारत ने रात का भोजन दीनदयाल रसोई द्वारा उपलब्ध कराया. समाजसेवी अतीत पवार और राजेश आहूजा ने खाने के कुछ पैकेटस दिए. इन सभी मजदूरों ने ईटीवी भारत और बैतूल के समाजसेवियों को धन्यवाद दिया.