बैतूल। किसानों की हितैषी बताई जाने वाली बीजेपी सरकार के राज में अपनी मांगे पूरी करवाने के लिए किसानों को भूख हड़ताल का रास्ता अख्तियार करना पड़ रहा है. लंबे समय से सब्सिडी नहीं मिलने से नाराज किसानों ने उद्यानिकी विभाग के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए घोड़ाडोंगरी विधानसभा क्षेत्र के शाहपुर में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है. मंगलवार को घोड़ाडोंगरी विधायक ब्रह्मा भलावी भी हड़ताल में किसानों के साथ धरने पर बैठे.
घोड़ाडोंगरी विधानसभा क्षेत्र के शाहपुर में सोमवार से शुरू हुई इस भूख हड़ताल पर किसान राजकुमार सिरोरिया, दिनेश संता बारसे और संदीप ओमकार उइके आमरण अनशन पर बैठे. यह तीनों किसान अनिश्चिकाल के लिए धरने पर बैठे हैं. इनको समर्थन देने के लिए दूसरे किसान भी क्रमिक अनशन पर बैठ रहे हैं. मंगलवार को एसडीएम अनिल सोनी और एसडीओपी महेंद्र सिंह मीणा ने अनशन स्थल पर पहुंचकर इन किसानों से चर्चा की और अनशन खत्म करने की बात कही.
अधिकारियों का कहना है कि इनकी मांगे भोपाल उच्च अधिकारियों के पास पहुंचा दी गई है. जो जल्द ही पूरी हो जाएगी, लेकिन किसान अपनी मांग पर अड़े हुए हैं. उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती, तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा. वहीं प्रमुख मांगों में बची हुई सब्सिडी पूरी दी जाए. सब्सिडी देरी से मिलने पर जो ब्याज लग रहा है, वह दिलाया जाए. कोरोना और अतिवृष्टि के चलते सब्जी खराब होने का मुआवजा दिलाया जाए.
घोड़ाडोंगरी विधानसभा क्षेत्र के शाहपुर के किसान राजकुमार सिरोरिया का इंट्रीगेटेड पैक हाउस 2018-19 में स्वीकृत हुआ था. वह इसी साल में बनकर तैयार हो गया था. इसकी कुल लागत 50 लाख रुपए है, इसमें उद्यानिकी विभाग की ओर से 25 लाख रुपए का अनुदान मिलना था. राजकुमार ने बैंक से 50 लाख का ऋण लिया था. अभी तक अनुदान नहीं मिलने के कारण उस पर करीब 12 लाख रुपए का ब्याज बकाया हो गया है. बैंक से उन्हें ऋण जमा करने के लिए बार-बार नोटिस आ रहे हैं. इंट्रीगेटेड पैकहाउस का उपयोग शेडनेट में उत्पादित होने वाली सब्जी के कलेक्शन के लिए होता है. यहां सब्जी की ग्रेडिंग और पैकिंग होगी. उसके बाद बाजार की मांग के अनुसार बिकने जाएगी.