बैतूल। पिछले चार दिनों से हो रही तेज बारिश से खरीफ की फसल बर्बाद हो गई है. खरीफ की फसलों को खासा नुकसान पहुंचा है. जिससे किसानों की चिंता और बढ़ गई है. वर्तमान समय में खेतों में मक्का और सोयाबीन की फसलों पर पहले से ही कीटों और पीला मौजेक अन्य बीमारियां फैलने से नुकसान के करीब पहुंच गई है.
बारिश से खराब हुई फसल, किसानों ने मुआवजे की लगाई गुहार
पिछले चार दिनों से हो रही तेज बारिश से खरीफ की फसल बर्बाद हो गई है. खरीफ की फसलों को खासा नुकसान पहुँचा है. जिससे किसानों की चिंता और बढ़ गई है.
गत दिनों से तेज हवाओं के साथ हो रही बारिश ने किसानों के लिए मुसीबत बढ़ा दी है. आमला ब्लाक के तीरमहू, कलमेश्वरा, खेड़लीबाजार बोरदेही, मोरखा क्षेत्र के आसपास तेज हवाओं के साथ हुई बारिश से किसानों को काफी नुकसान पहुंचा है. प्रकृति की इस मार से आहत किसानों को अब केवल सरकार से उम्मीद लगी हुई है. आज अन्नदाता के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं. इतनी मेहनत करने के बाद फसल चौपट हो जाना किसानों के लिए दुखदाई हो गया है.
किसानों ने शासन-प्रशासन से तेज हवाओं के साथ अतिवृष्टि से खराब हुई फसलों के जल्द जल्द सर्वे कराकर मुआवजे की मांग की है. किसान आश्विन नागले, रवि उघडे ने बताया है क्षेत्र में जोरदार बारिश होने की दशा में 2 एकड़ में लगी मक्के और सोयाबीन की खड़ी फसल नीचे गिर गई है. वहीं गन्ने की फसल पूरी तरह खराब हो गई है. शासन-प्रशासन से मांग है फसलों का सर्वे कराकर मुआवजा दिया जाए.