बैतूल। जिला चिकित्सालय में स्टाफ को सीपीआर की ट्रेनिंग दी गई, जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ अशोक बारंगा ने बताया कि कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन (सीपीआर) एक आपातकालीन चिकित्सा प्रक्रिया है, इसके लिए जिला चिकित्सालय में ट्रेनिंग में बताया गया कि सीपीआर किसी जानकार व्यक्ति, अस्पताल या समुदाय में अथवा आपातकालीन स्थिति में पेशेवर चिकित्सा सहायक द्वारा दी जा सकती है.
- सीपीआर की ट्रेनिंग का उद्देश्य
सीपीआर का उद्देश्य मस्तिष्क और हृदय के ऊतकों को बचाए रखने के लिए होता है, ताकि रक्त और ऑक्सीजन का प्रवाह बना रहे, सीपीआर ट्रेनिंग में बताया गया, कि सीपीआर देने में डरे नहीं और जितनी जल्दी हो सके शुरू करें, क्योंकि पहले कुछ सेकंड से लेकर 10 मिनट तक का समय बेहद जोखिम भरा होता है. सीपीआर में वयस्कों के लिए दोनों हाथों की हथेलियों का प्रयोग किया जाता है, जबकि बच्चों के लिए सिर्फ एक हाथ और शिशु के लिए केवल दो अंगुलियों का प्रयोग करें,