बैतूल। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव ने लोगों में दहशत पैदा कर दी है. वहीं इसका प्रभाव चिकन व्यवसाइयों पर भी देखा जा रहा है. चिकन खाने से कोरोना वायरस फैलने की अफवाह के चलते लोग चिकन खाने से बच रहे हैं, जिससे चिकन का व्यवसाय कमजोर हो गया है. यही नहीं चिकन के दाम में 50 फीसदी की गिरावट के बाद भी 90 फीसदी बिक्री कम हो गई है. जिससे चिकन व्यापारी काफी परेशान हैं.
कोरोना वायरस: चिकन खाने से बच रहे लोग, डॉक्टरों ने बताया- चिकन खाने से नहीं होता कोरोना - Doctor's advice on chicken
चिकन खाने से कोरोना वायरस फैलने की अफवाह के चलते चिकन मार्केट सुस्त होता जा रहा है. इसके रेट में गिरवाट के बाद भी ग्राहक खाने से डर रहे हैं. वहीं डॉक्टरों ने चिकन खाने से कोरोना वायरस होने की बात को झूठी अफवाह बताया है.
वहीं पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी केके देशमुख ने चिकन से कोरोना होने की बात को कोरी अपवाह बताया है. उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस केवल 26 डिग्री तक का ही तापमान सह पाता है. और हमारे देश में इससे ज्यादा तापमान पर चिकन और अंडे को उबालकर और पकाकर खाया जाता है. इसलिए इससे कोरोना वायरस फैलने का सवाल ही नहीं उठता.
बता दें कि बैतूल में 180 से 200 रुपए तक बिकने वाले चिकन की अब 80 से 120 रुपये में बिक रहा है. बावजूद इसके ग्राहक दुकान में कदम नहीं रख रहा है. खास बात ये है कि चिकन के व्यवसाय में गिरावट का फायदा मटन के व्यापारी उठा रहे है. जिसके चलते 380 रुपए किलो बिकने वाला मीट अब 500 रुपए किलो तक पहुंच गया है. चिकन के ग्राहकों का कहना है कि कोरोना वायरस के चलते उन्होंने चिकन खाना ही छोड़ दिया है और वो हरी सब्जियां ही खा रहे हैं. कुछ लोग तो बैगन या कटहल की सब्जी खाकर चिकन का टेस्ट ले रहे हैं.