बैतूल इटारसी विजयवाड़ा फ्रेट कॉरिडोर बैतूल।इटारसी-विजयवाड़ा फ्रेट कॉरिडोर का हवाई सर्वे शुरू हो गया है. उत्तर से दक्षिण को जोड़ने के लिए रेलवे द्वारा डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर बनाने के लिए सेटेलाइट सर्वे पूरा करने के बाद अब हवाई सर्वे किया जा रहा है. यह कॉरिडोर करीब 975 किलोमीटर का होगा. हवाई सर्वे करने के लिए हैदराबाद से सोमवार सर्वे टीम हेलीकॉप्टर से बैतूल पहुंची. पुलिस परेड मैदान पर स्थित हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर उतारा गया और उसके बाद इंजीनियरों की टीम ने कुछ देर के बाद पुन: उड़ान भरी. हवाई सर्वे के बाद टीम इटारसी के लिए रवाना हो गई.
फ्रेट कॉरिडोर: इटारसी से लेकर विजयवाड़ा तक बनने वाला डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कारपोरेशन यह फ्रेट कॉरिडोर तैयार करा रहा है. साइड इंचार्ज इंजीनियर दिव्यांशु कश्यप ने बताया कि आरबी एसोसिएट कंसल्टेंसी एण्ड आर्किटेक्ट हैदराबाद की कंपनी जो कि फ्रेट कॉरिडोर का काम कर रही है उसके सर्वे स्पेशलिस्ट हेलीकॉप्टर से हैदराबाद से बैतूल आए थे. बैतूल में फ्यूल लेने के लिए हेलीकॉप्टर रुका था. इसके अलावा बैतूल से इटारसी तक का हवाई सर्वे किया जाएगा. सर्वे स्पेशलिस्ट हैदराबाद वापस चले जाएंगे. हेलीकॉप्टर में उनके अलावा दो पायलट थे.
फ्रेट कॉरिडोर का उद्देश्य: वर्तमान में रेलवे की दो लाइन एक अप लाइन और एक डाउन लाइन है. इन लाइन पर यात्री और मालगाड़ी दोनों ट्रेनों का संचालन किया जाता है. यात्री ट्रेनों को अधिक महत्व देकर चलाया जाता है. इस वजह से माल गाडिय़ां काफी विलंब से चलती है जिससे माल की डिलेवरी में भी अत्यधिक समय लगता है. इस समस्या से निजात पाने और ट्रांसपोर्टिंग को बढ़ावा देने के लिए रेलवे फ्रेट कोरिडोर का निर्माण करा रहा है ताकि निर्बाध रूप से मालवाहक गाडियां चल सकें.
MP के लिए माइलस्टोन साबित होगा इटारसी-विजयवाड़ा फ्रेट कॉरिडोर!
सर्वे के बाद होगा अधिग्रहण:साइड इंचार्ज इंजीनियर कश्यप ने बताया कि हवाई सर्वे पूर्ण होने के बाद जमीन का अधिग्रहण करने की कार्यवाही रेलवे करेगी. विजयवाड़ा से इटारसी के बीच तैयार किए जा रहे फ्रेट कॉरिडोर में शाहपुर, बैतूल और मुलताई तहसील के गांव शामिल हो रहे हैं. शाहपुर तहसील के गुरगुंदा, भौरा, कुंडी, वंका खोदरी, चापड़ामाल, चिखलदा खुर्द, पाठई, वनग्राम, निशानरैय्यत, मोतढाना, फ्लासपानी, जामपानी, बरैठा, मोखामाल, हरदू, माली सिलपटी, देशावाड़ी, सितलझिरी आदि गांव शामिल हो रहे हैं. बैतूल तहसील के कई दर्जन गांवो से भी यह रेलवे लाइन बिछाई जाएगी.