बैतूल।सिस्टम की लापरवाही के कारण एक गर्भवती महिला अपनी सेहत और अपने होनेवाले बच्चे का ध्यान रखने की बजाये खुद को जिंदा साबित करने की जद्दोजहद में लगी है. दरअसल, भैंसदेही में एक जीवित महिला को मुख्यमंत्री जन कल्याण (संबल) योजना पंजीयन प्रमाण पत्र में मृत बता दिया गया है. अब बीते एक महीने से महिला खुद को जिंदा साबित करने के लिए कार्यालयों के चक्कर काट रही है.
जीवित हूं सरकार!
शिवराज सरकार ने गरीब गर्भवती महिलाओं के लिए संबल योजना के तहत 16 हजार रुपये दिए जाने की योजना चलाई है. इसमें बच्चे के जन्म से पहले 4 हजार रुपये महिला के खाते में डाले जाएंगे और जन्म के बाद 12 हजार रुपये. इस योजना का लाभ पाने के लिए जब ग्राम देड़पानी की रहनेवाली नर्मदा बाई ने अपने सभी दस्तावेज स्वास्थ्य विभाग में दिए तो अधिकारियों ने दस्तावेजों को खारिज कर दिया. बताया गया कि मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल योजना के पोर्टल पर में महिला को मृत बता रहा है, ये जानकर महिला और उसका परिवार आश्चर्यचकित है.