बैतूल।जिले के प्रभारी और कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने बैतूल में कोरोना प्रबंधन को लेकर कलेक्टर के साथ बैठक की है. बैठक में कलेक्टर के अलावा जिला प्रशासन के अधिकारी भी शामिल रहे. इस दौरान उन्होंने जिले के अस्पतालों का निरीक्षण भी किया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह घर-घर सर्वे कर संक्रमित लोगों की तलाश करें और उनको उचित उपचार मुहैया कराएं.
INDORE: कोरोना कर्फ्यू तोड़ने वालों को तहसीलदार ने मारी लात
बैठक के दौरान कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने कहा कि वह जिले के लोगों से भी अपील करते हैं कि वह कोरोना के लक्षण मिलने पर उसे छिपाएं नहीं और तत्काल अस्पताल जाकर अपनी जांच करवाएं. उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया कि लोगों से कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करवाया जाए ताकि जल्द से जल्द कोरोना की तोड़ को तोड़ा जा सके. कृषि विकास मंत्री ने बैतूल में अपने दौरे के दौरान जिला अस्पताल में ऑक्सीजन और दवाइयों की उपलब्धता की भी जानकारी ली.
- नगरीय क्षेत्रों में 921 कंटेनमेंट जोन
जिले में कोरोना संक्रमण के मरीज बढ़ने से चरमराई अस्पतालों की हालत को लेकर मंत्री कमल पटेल ने कहा कि बैतूस के अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. उन्होंने कहा कि जिन लोगों को क्वारंटाइन या होम आइसोलेट किया जा रहा है, उनके खान-पान के भी उचित प्रबंध किए जाए. प्रभारी मंत्री ने बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 650 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं, इसी तरह नगरीय क्षेत्रों में 921 कंटेनमेंट जोन है. जिला मुख्यालय में जिला अस्पताल, जिला आयुर्वेदिक अस्पताल, कोविड केयर सेंटर हमलापुर सहित जिले के 9 विकासखण्डों में कोविड केयर सेंटर बनाकर कोरोना संक्रमित और कोरोना संदिग्ध लोगों का उपचार किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में ऑक्सीजन की कमी नहीं है. जिले के शासकीय अस्पतालों में 539 और निजी अस्पतालों में 374 बेड की व्यवस्था की गई है.