बड़वानी। नर्मदानगर में 15 किसानों की करीब 100 एकड़ में लगी कपास की फसल खराब हो गई है. नामी कंपनी के कपास बीच बोने के दो महीने बाद भी कपास के पौधों में पर्याप्त वृद्धि नहीं हुई. जिसके कारण अब किसान अपनी फसल को उखाड़ कर खेत खाली कर रहे हैं. वहीं कुछ किसानों ने तो फसल उखाड़कर गेहूं और मक्का की बुवाई शुरू कर दी है.
अच्छे बीज के बावजूद बर्बाद हो गयी कपास की फसल, किसानों ने उखाड़ कर शुरू की मक्के की खेती - Harvested cotton crop in Badwani
नर्मदानगर में किसानों की कपास की फसल खराब हो गई है. नामी कंपनी के बीच बोने के बाद भी कपास के पौधों में पर्याप्त वृद्धि नहीं हुई.
किसानों का कहना है कि जिले के अंजड़ की एक दुकान से विशिष्ट किस्म का कपास बीज खरीदकर खेतों में बुवाई की थी. लेकिन वर्तमान में पौधा चार फीट तक बढ़ने की जगह केवल दो फीट ही बढ़ पाए. जबकि कई पौधे उससे भी कम हाइट के हैं. पौधे में डेंडू छोटा रहने से उत्पादन में कमी आएगी साथ ही पर्याप्त वृद्धि नहीं होने से वह कपास की फसल उखाड़ रहे हैं. किसानों ने ब्रिज कपास बीज नकली होने की आशंका जताई है. वहीं प्रभावित किसानों ने फसल उखाड़कर गेहूं और मक्का की बुवाई शुरू कर दी है.
उपसंचालक कृषि केएस थपेडिया का कहना है कि किसानों ने कपास फसल के नुकसान को लेकर फिलहाल कोई शिकायत नहीं की है. शिकायत मिलने पर गठित दल द्वारा जांच कराने के बाद ही उचित कार्रवाई की जाएगी.