बड़वानी।जिले में दो बांधों के पानी छोड़ने और रोकने से सैकड़ों गांवों का संपर्क आपस में टूट गया है. जगह-जगह पुल-पुलिया डूब गए हैं, लोग नाव के इंतजार में घंटों बैठे रहते हैं. इसके अलावा नाविक भी जब तक ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं हो जाते हैं तब तक लोगों को इंतजार करवाता है. बड़वानी में शहीद भीमा नायक परियोजना के तहत छोड़े गए पानी और सरदार सरोवर बांध के जमा पानी ने सैकड़ों गांव के लोगों को नाव का सहारा लेने को मजबूर कर दिया है.
कर रहे परेशानियों का सामना
जिले की गोई नदी जो नर्मदा नदी में जाकर मिलती है इस पर जल परियोजना निर्मित की गई है. इस परियोजना के चलते बांध से जलभराव होने के कारण लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. वहीं नर्मदा का बैक वाटर गोई नदी में घुस आया है, जिसके चलते वनांचल के कई क्षेत्रों में लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है क्योंकि दोनों नदी के पानी समाहित होने से कई स्थानों पर पुल-पुलिया डूब गए हैं. ऐसे में ग्रामीण अपनी मोटरसाइकिल नाव पर रखकर पार हो रहे हैं.
कई मार्गों के संपर्क टूटे
नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध के 23 में से 13 गेट बंद कर दिए गए हैं, जिसके चलते नर्मदा का बैक वाटर बढ़ने लगा है जो अपनी सहायक नदियों में भी समाहित हो रहा है. वहीं जिले में गोई नदी पर बने बांध से पानी छोड़ा जा रहा है जिसके कारण इन दोनों नदियों के बढ़ते जलस्तर ने कई राह अवरुद्ध कर दिए हैं.
नाव से आने-जाने को ग्रामीण मजबूर
ग्राम भामटा से चिपाखेड़ी की दूरी करीब चार किलोमीटर है लेकिन गोई नदी में सरदार सरोवर बांध का बैक वाटर आने से लोगों को तीन जगहों पर पुलिया के ऊपर पानी बहने से आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. चीपाखेड़ी से दो किलोमीटर पहले स्थित पुलिया के ऊपर से पानी बह रहा है, इस कारण नाव से ग्रामीण आवाजाही करने को मजबूर हैं.