बड़वानी। जिला मुख्यालय पर नर्मदा बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को धिक्कार दिवस के रूप मनाया. इस दौरान खंडवा-बड़ौदा स्टेट हाइवे पर नर्मदा नदी पर बने पुल पर चक्काजाम कर दिया. करीब 5 घंटे तक अपनी मांगों को लेकर आंदोलनकारी अड़े रहे और पीएम के पुतले को नदी में विसर्जित कर अपना विरोध जताया.
सरदार सरोवर बांध के बढ़ते जलस्तर के विरोध में एनबीए का प्रदर्शन, नर्मदा में विसर्जित किया पीएम का पुतला - sardar sarovar dam
पीएम नरेंद मोदी के जन्मदिन को नर्मदा बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं ने धिक्कार दिवस मनाते हुए स्टेट हाइवे पर चक्काजाम कर दिया और पीएम का पुतला प्रतीकात्मक रूप से नर्मदा नदी में विसर्जित कर दिया.
एनबीए नेत्री मेधा पाटकर ने पीएम के जन्मदिन पर गुजरात सरकार द्वारा तय सीमा से अधिक पानी को भरने को लेकर घेरा. उन्होंने कहा कि मोदी जी विकास की अवधारणा में नदी, घाटी, सभ्यता, प्रकृति और संस्कृति की हत्या जरूरी समझते हैं. मेधा ने कहा कि बांध को भरकर मोदी जी जन्मदिन पर जश्न मना रहे हैं, जबकि गुजरात के आदिवासियों की जमीन लूट कर पर्यटन के नाम धोखा दे रहे हैं.
मेधा पाटकर का कहना है कि नर्मदा ट्रिब्यूनल के फैसले, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरुद्ध बांध में पानी भर जन्मदिन का जश्न मनाया जा रहा है, उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में जल्द अर्जी दाखिल की जाएगी.