बड़वानी। जिले में 5 दिनों से लगातार हो रही बारिश और ऊपरी कछार में बनाए बांध से पानी छोड़ने के चलते नर्मदा नदी उफान पर है. जलस्तर बढ़ने से धार और बड़वानी जिले को जोड़ने वाले पुल पर पानी पहुंचने के करीब है. कलेक्टर ने पास के क्षेत्रों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है. वर्तमान में नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है. नर्मदा नदी के बढ़ते जलस्तर से जिला प्रशासन अलर्ट मोड़ पर है. राजघाट पर नर्मदा के दर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर, आसपास के इलाके में हाई अलर्ट घोषित - नर्मदा नदी उफान पर
बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त है. नर्मदा का जलस्तर बढ़ने से पास रहने वाले लोगों को जिला प्रशासन ने अलर्ट किया है. लोगों को नर्मदा के पास जाने से मना किया गया है. नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
5 दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान से करीब 3 मीटर ऊपर पहुंच गया है. पिछले 24 घंटे में लगभग 3 मीटर जलस्तर बड़ा है. कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने अब नर्मदा किनारे वाले क्षेत्रों में अलर्ट घोषित करते हुए नर्मदा किनारे जाना प्रतिबंधित कर दिया है. डूब प्रभावित इलाकों में अधिकारियों को विशेष नजर रखने के निर्देश दिए हैं. बता दें कि जिले में बारिश से छोटे नाले व नदियां उफान पर हैं.
नर्मदा नदी पर खंडवा में बना ओंकारेश्वर बांध भर जाने और जबलपुर में बरगी बांध के गेट खोलने से राजघाट जलमग्न हो गया है. छोटे मंदिर डूब गए हैं. नर्मदा का जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे बसे लोगों के माथे पर चिंता की लकीर साफ दिखाई दे रही हैं. लोग अब भी डूब क्षेत्र में रह रहे हैं. नर्मदा नदी किनारे बसे राजघाट पर बना नया घाट भी 90 फीसदी डूब गया है. बढ़ते जलस्तर से अगले कुछ घंटों में राजघाट का पुल जलमग्न हो जाएगा.