बड़वानी।आज गंगा दशहरा है ,आज गंगा जी धरती पर आई थीं. साथ ही ऐसी मान्यता है कि, आज ही के दिन गंगा और नर्मदा का मिलन भी हुआ था. जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर उत्तर तट पर नर्मदा नदी के किनारे गांगली गांव बसा है. जहां पर गंगा कुंड है. जिसमें गंगा जी अवतरित होकर नर्मदा से मिलती हैं. ऐसा नर्मदा पुराण और शिव पुराण में भी उल्लेख मिलता है. आज के दिन इस गंगा कुंड पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगता है, लोग दूर-दूर से पुण्य लाभ लेने के लिए यहां आते हैं.
इसके अलावा इस गंगा से जुड़ी एक और पौराणिक कथा है कि, यहां बाल विधवा तपस्विनी पार्थिव शिवलिंग बनाकर तप करती थी, लेकिन मूढ़ नाम के एक असुर ने कामदृष्टि से उसे परेशान करना शुरू कर दिया. तपस्विनी के कठोर तप से आखिर एक दिन भगवान शंकर प्रसन्न हुए और असुर का संहार कर तपस्विनी को वरदान दिया. भगवान शिव ने कहा कि, उनके साथ आई देवी गंगा वैशाख शुक्ल की सप्तमी के दिन इस कुंड में और घाट पर मानव रूप में आएंगीं, तब उनका नर्मदा से मिलना होगा.