बड़वानी। चुनावी मौसम में कांग्रेस के लिए बागी नेता लगातार मुश्किलें बढ़ा रहे है. यहीं कारण है कि कांग्रेस बागियों को मनाने में जुटी हुई है. लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व जिला अध्यक्ष सुखलाल परमार ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया था. लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ से बात करने के बाद उनके सुर बदले हुए से नजर आने लगे है. सुखलाल परमार ने अब नामांकन वापस लेने का ऐलान किया है.
मुख्यमंत्री से बात करने के बाद बगावत सुर पड़े ठंडे, पूर्व जिलाध्यक्ष ने नामांकन वापस लेना का किया ऐलान
कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष सुखलाल परमार ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन वापस लेने का ऐलान किया है.
पूर्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुखलाल ने खरगौन-बड़वानी लोकसभा से पर्चा भरते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना लिया था. जिसको लेकर लगातार मान मनोव्वल का दौर जारी था. आखिर का सीएम कमलनाथ ने सुखलाल से फोन पर बात कर समझाइश दी. जिसके बाद परमार ने नामंकन वापस लेने का फैसला लिया. परमार का कहा कि दीपक बावरिया, अरुण यादव और बाला बच्चन के समझाइश के बाद मैंने नामांकन वापस लेने का फैसला लिया है.
नामांकन वापसी की जानकारी सुखलाल परमार ने प्रेसवार्ता कर दी. बहरहाल सुखलाल के नामांकन वापस लेने के बाद कांग्रेस और प्रत्यशी डॉ. गोविंद ने राहत की सांस ली है. अगर सुखलाल अपने कदम पीछे नहीं लेते तो आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में जनाधार नहीं होने के कारण कांग्रेस को बड़ा नुकसान हो सकता था.